NRI छात्रों और प्रोफेशनलों के लिए टैक्स नियम सख्त, जानें क्या होगा असर

बजट 2025 में NRIs, छात्रों और युवा पेशेवरों के लिए टैक्स नियम कड़े कर दिए गए हैं. अब विदेशी इनकम की रिपोर्टिंग, NRI टैक्स रेजिडेंसी पर सख्त निगरानी होगी. इससे विदेश में कमाने वाले भारतीयों को अधिक टैक्स अनुपालन करना होगा, जिससे डबल टैक्सेशन और वित्तीय जटिलताएं बढ़ सकती हैं.

बजट 202 में NRIs, छात्रों और युवा पेशेवरों के लिए टैक्स नियम कड़े कर दिए गए हैं. Image Credit: Freepik

NRI Tax Rules: बजट 2025 में NRIs के लिए टैक्स नियम सख्त कर दिए गए हैं, जिससे विदेश में पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्र और युवा प्रोफेशनल प्रभावित होंगे. सरकार ने विदेशी इनकम की निगरानी, NRI टैक्स रेजिडेंसी की परिभाषा को कड़ा करने और टैक्स संधियों (DTAA) में बदलाव का संकेत दिया है. बजट 2025 में NRI टैक्स नियम सख्त होने से विदेश में रहने वाले भारतीयों के लिए फाइनेंशियल मैनेजमेंट जटिल हो सकता है. टैक्स ट्रांसपेरेंसी को बढ़ाने के नाम पर सरकार ने विदेशी इनकम की रिपोर्टिंग और टैक्स देनदारियों बढ़ा दिए हैं.

क्या होगा बदलावों का असर

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छात्रों और प्रोफेशनलों को क्या करना चाहिए?

क्या छात्रों को चिंता करनी चाहिए?

छात्रों को अभी तुरंत असर महसूस नहीं होगा, लेकिन अगर वे विदेश में नौकरी करना या स्थायी निवास (PR) लेना चाहते हैं, तो उन्हें टैक्स प्लानिंग करनी होगी. भारत लौटने वाले लोगों को भी अपने विदेशी निवेश और टैक्स स्थिति का ध्यान रखना होगा.