इन सरकारी कर्मचारियों को मिलेगा ज्यादा पैसा, पेंशन विभाग ने किया बड़ा ऐलान

पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग (DoPPW) ने राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) के अंतर्गत आने वाले केंद्र सरकार के असैन्य कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद फिक्स्ड मेडिकल अलाउंस (FMA) का लाभ देने की घोषणा की है.

NPS कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद फिक्स्ड मेडिकल अलाउंस Image Credit: triloks/E+/Getty Images

Central Govt Pensioners News: अगर आप केंद्र सरकार के असैन्य कर्मचारी हैं और राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) के तहत आते हैं, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है. दरअसल, पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग (DoPPW) ने घोषणा की है कि NPS कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद फिक्स्ड मेडिकल अलाउंस (FMA) मिलेगा. इसकी जानकारी आधिकारिक आदेश के जरिए दी गई है. इस आदेश में नए फॉर्म जोड़े गए हैं, साथ ही पेमेंट के प्रोसेस को भी स्पष्ट किया गया है. इसके अलावा, अलाउंस को जारी रखने के लिए लाइफ सर्टिफिकेट जमा करना अनिवार्य किया गया है.

क्या है फिक्स्ड मेडिकल अलाउंस?

फिक्स्ड मेडिकल अलाउंस एक तरह का मासिक भत्ता है, जो रिटायर्ड केंद्रीय सरकारी पेंशनभोगियों को दिया जाता है. यह उन लोगों के लिए है, जो ऐसे इलाकों में रहते हैं, जहां सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (CGHS) की सुविधा उपलब्ध नहीं है. इससे इन कर्मचारियों को अपनी बुनियादी मेडिकल जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी है.

FMA के लिए कौन है एलिजिबल?

NPS के अंतर्गत आने वाले रिटायर्ड केंद्रीय सरकारी कर्मचारी फिक्स्ड मेडिकल अलाउंस का लाभ उठा सकते हैं. हालांकि, उन्हें केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (CGHS) के लिए पात्र होना चाहिए, लेकिन वे इसके अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों से बाहर रहते हों. उन्हें या तो कोई CGHS का लाभ न मिलता हो या फिर केवल इन-पेशेंट डिपार्टमेंट सेवाओं का उपयोग करते हो.

FMA के लिए तय कि गई राशि

NPS रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए FMA रेट 1000 रुपये प्रति महीने तय किया गया है, जो पुराने पेंशन योजना के तहत आने वालों के समान है. रिटायर्ड केंद्रीय कर्मचारियों को लाइफ सर्टिफिकेट जमा करना अनिवार्य होगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पेंशनभोगी जीवित है और लाभ पाने के लिए एलिजिबल है. लाइफ सर्टिफिकेट एक ऐसा दस्तावेज है, जो इस बात की पुष्टि करता है कि पेंशनभोगी जीवित है. पेंशनभोगियों को अपना पेंशन जारी रखने के लिए पेंशन एजेंसियों को आमतौर पर लाइफ सर्टिफिकेट की आवश्यकता होती है, जिसे जीवन प्रमाण भी कहा जाता है.

इसके लिए आप आधार कार्ड और बायोमेट्रिक का उपयोग करके जीवन प्रमाण पोर्टल के माध्यम से अपना जीवन प्रमाण पत्र डिजिटल रूप से जमा कर सकते हैं. खास बात ये भी है कि अगर कोई कर्मचारी अपना जीवन प्रमाण पत्र नहीं जमा करता है, तो उसका FMA पेमेंट रोक दिया जाएगा.

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