क्रेडिट कार्ड के लिए ऑटो-पे को आजमाया क्‍या? जानें- क्या मिल सकते हैं बेनिफिट्स

अगर आपने क्रेडिट कार्ड में ऑटो-पे की सेटिंग नहीं की है, तो हो सकता है कि आप इसके कई लाभों से चूक रहे हों, क्योंकि लेट पेमेंट करने पर आपको बैंक को ज्यादा पैसे देने पड़ते हैं. ऐसे में हम आपको बताएंगे कि ऑटो-पेमेंट से आप किन-किन सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं, साथ ही कैसे इससे आपको फाइनेंशियल प्रेशर से राहत मिल सकती है.

क्रेडिट कार्ड बिल का ऑटोपे Image Credit: Matt Cardy/Getty Images

क्रेडिट कार्ड के जरिए आप ऑनलाइन और ऑफलाइन खरीदारी के साथ-साथ कैशबैक, रिवॉर्ड पॉइंट्स या फिर कई ब्रांडों पर डिस्काउंट जैसे लाभ भी उठाते हैं. अगर आपके पास दो या तीन क्रेडिट कार्ड हैं, तो आपको इन सबका हिसाब रखना पड़ता है. इसके अलावा, कई ऐसी सुविधाएं होती हैं, जिनका पेमेंट समय पर करना होता है, जैसे कि मोबाइल बिल, वाई-फाई का बिल. ऐसे में अगर आप इन चीजों पर ध्यान रखने से चूक करते हैं, तो यह चूक महंगी पड़ सकती है. बैंक आमतौर पर टाइम पर पेमेंट नहीं करने वालों से अतिरिक्त शुल्क लेते हैं.

ऐसी स्थिति में 2 से 3 प्रतिशत ब्याज और लेट पेमेंट शुल्क भी लिया जा सकता है. इन अतिरिक्त भुगतान से बचने के लिए क्रेडिट कार्ड यूजर्स इंटरनेट बैंकिंग पर क्रेडिट कार्ड बिलों का ऑटो-पे सेट कर सकते हैं. खासतौर पर इसके जरिए कई लाभ भी मिलते हैं, क्योंकि इससे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी रहती है और आप अनावश्यक फॉइनेंशियल प्रेशर से बच सकते हैं. हम आपको बताएंगे कि ऑटो-पे ऑप्शन से आपको कौन सी सुविधाएं मिल सकती हैं.

ऑटो-पे से मिलेगी ऐसी राहत

  • लेट पेमेंट से बचेंगे बैंक लेट से पेमेंट करने पर भारी जुर्माना लगाते हैं. ऑटो-पे यह सुनिश्चित करता है कि बिलों का भुगतान समय पर हो, जिससे इन शुल्कों से बचा जा सके.
  • क्रेडिट स्कोर नियमित बिलों का पेमेंट करने से क्रेडिट स्कोर ऊंचा रखने में मदद मिलती है. इसके विपरीत, लेट पेमेंट करने से आपके CIBIL स्कोर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, जिससे लोन या बेहतर क्रेडिट कार्ड ऑफर प्राप्त करना कठिन हो सकता है.
  • टाइम की बचत जब आप ऑटो-पे सेट करते हैं, तो आपको देय तिथियों को याद रखने या हर महीने मैन्युअल भुगतान करने की परेशानी से नहीं गुजरना पड़ता.
  • एक्ट्रा पेमेंट से बचें अगर आप पेमेंट करने से चूक जाते हैं, तो न केवल लेट पेमेंट शुल्क जोड़ा जाता है, बल्कि बकाया राशि पर ब्याज भी लगता है. आप ऑटो-पे सेट करके इस स्थिति से बच सकते हैं.
  • फाइनेंशियल डिसिप्लिन ऑटो-पे सेट करके, आप अपने वित्त को व्यवस्थित रख सकते हैं और अधिक खर्च करने या बिलों की उपेक्षा करने के जोखिम को कम कर सकते हैं.
  • एक से अधिक कार्ड का उपयोग करने वालों के लिए वरदान: यदि आप कई क्रेडिट कार्ड का प्रबंधन करते हैं, तो ऑटो-पे आपको इनमें से किसी पर भी पेमेंट चूकने से रोकता है, जिसका अन्यथा हिसाब रखना बहुत मुश्किल हो सकता है.
  • बैंक अक्सर आपको पूर्ण भुगतान या न्यूनतम देय राशि के बीच ऑप्शन देते हैं. यह ध्यान में रखना जरुरी है कि न्यूनतम भुगतान करने से आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा बना रहता है, हालांकि बकाया राशि पर ब्याज बढ़ता रहता है.

ध्यान दें

  • यह सुनिश्चित करें कि आपके अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस रहे, क्योंकि अगर खाते में धनराशि कम होगी तो भुगतान बाउंस हो सकता है, जिससे जुर्माना लग सकता है. पर्याप्त बैलेंस बनाए रखने के लिए रिमाइंडर सेट करें.
  • ऑटो-पे के साथ भी, किसी भी विसंगति या अनधिकृत शुल्क के लिए अपने मासिक क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट की जांच करें.
  • टाइम टू टाइम अपनी ऑटो-पे प्राथमिकताओं की समीक्षा करें और उन्हें अपडेट करें, खासतौर पर यदि आप न्यूनतम से पूर्ण पेमेंट मोड में बदलाव करते हैं.

यह भी पढ़ें- Google Maps नहीं कर पाएगा गुमराह! अपनाएं ये टिप्‍स दिखाएगा सही रास्‍ता