क्या आपका क्रेडिट कार्ड दे रहा है फ्रॉड होने के संकेत, जानें कैसे पहचाने और क्या है बचने के उपाय
अगर आपका क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी की भेंट चढ़ गया है तो आप कैसे पहचानेंगे. दरअसल क्रेडिट कार्ड आपको कुछ ऐसे संकेत देता है जिससे आप फ्रॉड को पहचान सकेंगे.
ऑनलाइन होने वाली हर गतिविधि धोखाधड़ी के निशाने पर रहती है फिर वो ऑनलाइन पेमेंट हो, ऑनलाइन कूरियर सर्विस हो या आपका क्रेडिट कार्ड. जैसे जैसे क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बढ़ रहा है वैसे ही इसके साथ होने वाले फ्रॉड की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है. हम यहां आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताएंगे जिसे देख कर आप समझ सकते हैं कि आपका क्रेडिट कार्ड फ्रॉड करने वालों के निशाने पर आ चुका है.
इन संकेतों को नजरअंदाज ना करें
अज्ञात ट्रांजेक्शन: आपको अपने एसएमएस या ईमेल पर किसी भी अज्ञात ट्रांजेक्शन पर नजर रखनी होगी अगर आपको कोई अज्ञात ट्रांजेक्शन दिखता है तो समझ जाइए कि वो क्रेडिट कार्ड फ्रॉड करने वालों की भेंट चढ़ चुका है. इसके बाद आपको तुरंत इसकी सूचना क्रेडिट कार्ड कंपनी या बैंक को देनी होगी ताकि वह आपका कार्ड ब्लॉक कर सकें.
यह ध्यान रखें कि जो कुछ अजीब लेनदेन पोप-अप होते हैं तो उन्हें सिस्टम खुद ही सही कर देता है.
स्टेटमेंट में कुछ संदिग्ध दिखना: अगर आपको क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में कुछ भी संदिग्ध दिखता है तो उस पर नजदीक से ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि वह फ्रॉड का संकेत हो सकता है. अगर बैंक कोई चार्ज या फीस लगा रहा है तो उसे लेकर चिंता की बात नहीं है लेकिन अगर बैंक उसे समझाने में फेल होता है तो फिर वह चिंता का विषय है.
क्रेडिट कार्ड लिमिट में बदलाव: अगर आपकी क्रेडिट कार्ड लिमिट में किसी भी तरह का बदलाव आता है, यह जानते हुए कि आपकी ओर से कोई बदलाव नहीं है तो तुरंत उस पर एक्शन लें.
मंथली लिमिट से ज्यादा बिल: मान लीजिए हर महीने की आपकी लिमिट 50 हजार रुपये की है लेकिन आपका बिल 52 हजार का आ जाए और अगर आपने वो खर्चा ना किया हो तो समझ जाए कि ये ट्रांजेक्शन किसी और के द्वारा हुआ है.
क्रेडिट कार्ड नंबर या OTP: यह सबसे महत्वपूर्ण है, अगर कोई आपको फोन करके आपसे आपका क्रेडिट कार्ड नंबर या ओटीपी मांगता है तो कृपया उसे साझा ना करें. कुछ भी हो जाए ओटीपी पर्सनल होता है उसे किसी से साझा ना करें.
क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी से कैसे बचें?
बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी से संपर्क करें: अगर आपको कोई गैर जरूरी ट्रांजेक्शन दिखाई पड़े तो तुरंत अपने बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी से संपर्क करें और अपनी शिकायत दर्ज करवाएं.
ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर लिमिट सेट करें: नेट बैंकिंग के इस्तेमाल के दौरान आपको अपने क्रेडिट कार्ड के ट्रांजेक्शन की अधिकतम लिमिट सेट कर लेनी चाहिए. इसके बाद कोई भी – यहां तक कि आप खुद भी – क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते समय एक ट्रांजेक्शन में सेट की गई लिमिट से ज्यादा खर्च नहीं कर पाएंगे. यह आपके क्रेडिट कार्ड के दुरुपयोग को रोकने का एक अच्छा तरीका है.
क्रेडिट कार्ड अपने साथ रखें: एहतियात के तौर पर क्रेडिट कार्ड को अपने साथ रखें. आप कार्ड को किसी के साथ भी साझा ना करें. अगर आप कुछ समय के लिए भी किसी के साथ कार्ड शेयर करते हैं तो कार्ड क्लोन होने की संभावना हो सकती है.
ओटीपी शेयर ना करें: यह सलाह तो सबसे बेसिक है कि ओटीपी और क्रेडिट कार्ड नंबर किसी से शेयर ना करें. अगर बैंक वाले भी, या कस्टमर केयर के नाम से भी कोई यह जानकारी मांगता है तो उसे भी ना दें.