क्रेडिट कार्ड लिमिट से पड़ता है क्रेडिट स्कोर पर असर, जानें कैसे करें इसका मैक्सिमम यूज

हाई क्रेडिट लिमिट से आपके क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो में सुधार होता है, जिससे स्कोर बेहतर रहता है. स्मार्ट तरीके से लिमिट बढ़ाने, कम यूटिलाइजेशन बनाए रखने, नियमित क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करने, बड़े खर्चों को विभाजित करने और ओवरयूज रिमाइंडर सेट करके आप अपने वित्तीय स्थिति को मजबूत कर सकते है.

क्रेडिट स्कोर Image Credit: @Tv9

Credit Card Limit: क्रेडिट स्कोर कार्ड की सीमा आपके क्रेडिट पर प्रभाव डालती है. लेकिन कम लोग ये बात जानते हैं. आम तौर पर लोग क्रेडिट स्कोर अच्छा करने के लिए बकाया राशि और पेमेंट की तारीखों देते हैं. तो आइए जानते हैं कि आपकी क्रेडिट लिमिट क्यों निर्धारित है और आपका क्रेडिट स्कोर कितना प्रभावित होता है.

क्या है दोनों में संबंध

क्रेडिट लिमिट वह अधिकतम राशि होती है, जो आप अपने कार्ड से उधार ले सकते हैं.यह आपकी इनकम, क्रेडिट हिस्टरी और लोन पेमेंट आदतों के बेस पर तय होती है. यदि आपकी क्रेडिट लिमिट अधिक होती है, तो यह आपके क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो को कम रखने में मदद करता है.यह वह रेशियों होता है जो दिखाता है कि आप उपलब्ध क्रेडिट का कितना उपयोग कर रहे हैं . 30 फीसदी से कम क्रेडिट उपयोग करने पर आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर बना रहता है.

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क्या है क्रेडिट स्कोर का मुख्य कारक

क्रेडिट स्कोर की कैलकुलेशन में यूटिलाइजेशन रेशियो महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, खासकर नए क्रेडिट कार्ड यूजर के लिए. उदाहरण के लिए, अगर आपकी क्रेडिट लिमिट 1 लाख रुपये है और आपने 40,000 रुपये खर्च किए , तो आपका यूटिलाइजेशन रेशियो 40 फीसदी होगा, जो आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है . लेकिन अगर आपकी क्रेडिट लिमिट 2 लाख हो जाए और खर्च 40,000 रुपये ही रहे, तो रेशियो घटकर 20 फीसदी हो जाएगा, जिससे आपकी क्रेडिट योग्यता (creditworthiness) बढ़ जाएगी. इसलिए, क्रेडिट यूटिलाइजेशन को हमेशा 30 फीसदी से कम रखना फायदेमंद होता है.

क्रेडिट लिमिट को सही तरीके से मैनेज करने के तरीके

तो इन बातों का ध्यान रखें—

  • स्मार्ट तरीके से क्रेडिट लिमिट बढ़ाने का अनुरोध करें
  • कम यूटिलाइजेशन बनाए रखें
  • नियमित रूप से क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें
  • बड़े खर्च को कई कार्डों में बांटें
  • ओवरयूज रिमाइंडर सेट करें