क्या पत्नी के पैसों या प्रॉपर्टी पर होता है पति का हक, जानें नियम
भारतीय कानून के मुताबिक शादीशुदा स्त्री का धन महज उसी का माना जाता है. उसे अपनी इच्छानुसार पैसों को खर्च करने की छूट रहती है. जबकि शादी के बाद महिला का अपने पति के पैसों और संपत्ति पर पूरा अधिकार होता है.
शादी के बाद महिला का हक उसके पति की संपत्ति पर होता है, लेकिन क्या पति का भी अपनी पत्नी के पैसों पर उतना ही अधिकार होता है. अगर आपके मन में भी यह सवाल है तो आपको इससे जुड़े नियमों की जानकारी होनी चाहिए. भारतीय कानून के मुताबिक शादीशुदा स्त्री का धन महज उसी का माना जाता है. उसे अपनी इच्छानुसार पैसों को खर्च करने की छूट रहती है. अगर औरत अपनी मर्जी से अपने पति को अपने पैसे, गहने या अन्य कोई संपत्ति देती है तभी वह उसका इस्तेमाल कर सकता है. पत्नी की मर्जी के बिना उसके पैसों का इस्तेमाल कानूनन अपराध माना जाता है.
पति नहीं कर सकता जबरदस्ती
सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि महिला का धन उसकी संपत्ति माना जाता है. इस पर पति कभी भी अपना दावा नहीं कर सकता है. इसके बावजूद अगर कोई पुरुष अपनी पत्नी का पैसा या संपत्ति लेने के लिए उस पर दबाव बनाता है या जबरदस्ती करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है. पत्नी के शिकायत दर्ज कराने पर पति को जेल तक जाना पड़ सकता है.
धोखाधड़ी पर भी हो सकती है कार्रवाई
बहुत-सी लड़कियों को उनके मायके से प्रॉपर्टी बतौर तोहफा दिया जाता है, जिस पर पूरी तरह से अधिकार स्त्री का ही होता है. ऐसे में महिला अपने अनुसार प्रॉपर्टी को रखने, किराये पर देने या बेचने का फैसला ले सकती है. मगर यदि उसका पति उसे बरगला कर धोखे से उसकी संपत्ति का गलत इस्तेमाल करता है तो इसे भी अपराध माना जाता है. इस पर भी महिला के शिकायत करने पर उसके पति पर कार्रवाई हो सकती है.
पत्नी दे सकती है उधार
कई बार जीवन की गाड़ी एक समान नहीं चलती, ऐसे में मुसीबत के वक्त अपने पति की मदद के लिए पत्नी चाहे तो उसे उधार दे सकती है. स्त्री अपनी इच्छानुसार अपने पति को अपने पैसे या गहने दे सकती है. हालांकि ये कुछ समय के लिए होगा, स्थिति सही होते ही पति को अपनी पत्नी से लिए पैसे या अन्य वस्तु वापस करनी होगी. ऐसा न करने पर पत्नी अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकती है.