एक दिन भी EMI लेट करना पड़ेगा भारी, पेनाल्टी के साथ इतना घट जाता है क्रेडिट स्कोर

Loan EMI: अगर आप एक दिन से भी अपनी EMI देने से चूक जाते हैं तो आपको कितना बड़ा नुकसान होता है, इस बात का शायद आपको अंदाजा भी नहीं होगा. यहां पड़ें क्रेडिट स्कोर पर कैसा असर पड़ता है.

नेगेटिव क्रेडिट स्कोर लोन को बनाता है महंगा Image Credit: Freepik

जब से लोन मिलना आसान हो गया है तब से लोग कई सारी चीजें EMI पर लेने लगे हैं. कई लोग एक समय पर एक से ज्यादा EMI भर रहे होते हैं. ऐसे में EMI भरना कुछ लोग भूल जाते हैं. अगर ऑटो डेबिट का ऑप्शन है तो भी उसके लिए बैंक अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस होना चाहिए. लेकिन जब बैंक से मैसेज आता है कि कम बैलेंस की वजह से EMI नहीं कट पाई, नींद तभी खुलती है. फिर क्या हाय तौबा तो मचती है लेकिन इसके साथ पेनाल्टी भी देनी होती है. इतना ही नहीं, क्रेडिट स्कोर पर भी इसका असर पड़ता है. तो एक भी EMI छूटने पर क्या होता है, चलिए ये जानते हैं.

इधर EMI मिस हुई उधर क्रेडिट स्कोर खराब हुआ

EMI लेट होने पर बैंक आप पर पेनाल्टी लगाते हैं, पेनाल्टी कितनी होगी, इसका गणित हर बैंक का अपना है. साथ ही आपका डिफॉल्ट कितना बड़ा है और कितना गंभीर है यह उस पर भी निर्भर करेगा. अब पेनाल्टी तो लगाई ही जाती है लेकिन इससे आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब होता है. एक केस स्टडी के मुताबिक EMI लेट होने पर 27 पॉइंट की गिरावट हो सकती है. इसके मुताबिक अगली EMI सही समय से भरने पर भी क्रेडिट स्कोर में सुधार नहीं आता. इसका मतलब ये हुआ कि क्रेडिट स्कोर गंवाने में ज्यादा समय नहीं लगता लेकिन उसे कमाने में काफी समय लग जाता है. इससे फिर लोन भी महंगा मिलने लगता है.

इसे आपको एक उदाहरण देकर समझाते हैं. मान लीजिए आप SBI से होम लोन टॉप-अप लेना चाहते हैं और आपका CIBIL स्कोर 760 है, तो आपको 9.10% की सबसे कम ब्याज दर मिलेगी. लेकिन अगर आपका स्कोर 750 से कम हो गया, तो ब्याज दर 9.30% हो जाएगी. इससे आप कुल 46,593 रुपये ज्यादा ब्याज देंगे, और यह केवल एक बार की EMI डिफॉल्ट से हो सकता है.

अगर EMI देने में 30 दिन का समय लग जाए तो क्या होगा?

अगर आप एक EMI 30 दिनों तक लेट करते हैं, तो उनके CIBIL स्कोर में 65 पॉइंट की और गिरावट आ सकती है. इस तरह 30 दिनों में कुल गिरावट 92 पॉइंट तक हो सकती है.

क्या EMI मिस होने पर तुरंत पेमेंट किया जा सकता है?

जब EMI मिस होती है, तो बैंक आमतौर पर ईमेल और SMS से आपको अलर्ट भेजते हैं. कई बार बैंक से आपको कॉल भी आता है जो आपको तुरंत EMI भरने का लिंक भेजते हैं ताकि क्रेडिट स्कोर पर कम से कम असर हो. लेकिन इसको लेकर भी हर बैंक का अलग नियम है.

क्रेडिट स्कोर रिकवरी में कितना समय लगता है?

क्रेडिट स्कोर में कितनी जल्दी सुधार आएगा यह उस बात पर निर्भर करता है कि आपका डिफॉल्ट कैसा है. लेकिन समझने के लिए आप ये ध्यान रखें कि अगर ज्यादा पॉइंट गिरते हैं तो रिकवरी में भी ज्यादा समय लगेगा. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि क्रेडिट स्कोर को ठीक होने में एक महीने से लेकर एक साल तक लग सकता है, और यह इस बात पर निर्भर करता है कि डिफॉल्ट के बाद आपका व्यवहार कैसा रहा.

यह भी ध्यान रखें अगर आप लगातार EMI मिस करेंगे तो बैंक पहले तो आपको वॉर्निंग देगा लेकिन इसके बाद वह कानूनी एक्शन भी ले सकता है.