एंटीबायोटिक से लेकर डायबि‍टीज की गोली तक ये जरूरी दवाएं हुई महंगी, 900 से ज्‍यादा मेडिसिन के बढ़ गए दाम

1 अप्रैल से कई नियमों में बदलाव हुए है, कुछ न जहां लोगों को राहत दी, तो वहीं कुछ ने उन्‍हें झटका दिया है. इसी के तहत दवाइयों का महंगा होना भी शामिल है. 1 अप्रैल से 900 से ज्‍यादा दवाइयां महंगी हो गई हैं, ऐसे में लोगों को इसे खरीदने के लिए ज्‍यादा पैसे चुकाने होंगे.

Medicine become costlier from 1st April Image Credit: money9

Medicine Price Hike: अगर आप इंफेक्शन, डायबिटीज, दिल की बीमारी या दर्द की दवाएं लेते हैं, तो अब आपको इसे खरीदने के लिए पहले से ज्‍यादा जेब ढीली करनी होगी. दरअसल 1 अप्रैल यानी आज से 900 से ज्यादा जरूरी दवाएं महंगी हो गई है. इन दवाओं की कीमतों में 1.74% की बढ़ोतरी की गई है. बता दें दवाओं की कीमतें सरकार की नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) तय करती है. कीमतें हर साल पिछले वर्ष के थोक मूल्य सूचकांक (WPI) के अनुसार बदली जाती हैं.

ये सभी दवाएं नेशनल लिस्ट ऑफ एसेन्शियल मेडिसिन्स का हिस्सा हैं. इसमें एनेस्थीसिया, एलर्जी, न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर, दिल की बीमारियों, और कान-नाक-गले की दवाओं से लेकर रोजमर्रा की दवाएं जैसे पैरासिटामोल, एजिथ्रोमाइसिन, एनीमिया की दवाएं और विटामिन शामिल हैं.

कौन सी दवाएं होंगी महंगी?

  • एंटीबायोटिक एजिथ्रोमाइसिन: 250 मिलीग्राम की गोली अब 11.87 रुपये और 500 मिलीग्राम की 23.98 रुपये में मिलेगी.
  • एंटीबैक्टीरियल सिरप: अमॉक्सिसिलिन और क्लैवुलैनिक एसिड का ड्राई सिरप 2.09 रुपये प्रति मिलीलीटर हो जाएगा.
  • एंटीवायरल एसीक्लोविर: 200 मिलीग्राम की गोली 7.74 रुपये और 400 मिलीग्राम की 13.90 रुपये में आएगी.
  • मलेरिया की दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन: 200 मिलीग्राम की गोली 6.47 रुपये और 400 मिलीग्राम की 14.04 रुपये की होगी.
  • दर्द निवारक डाइक्लोफेनाक: एक गोली की कीमत 2.09 रुपये हो जाएगी.
  • इबुप्रोफेन: 200 मिलीग्राम की गोली 0.72 रुपये और 400 मिलीग्राम की 1.22 रुपये में मिलेगी.
  • डायबिटीज की दवा: डापाग्लिफ्लोजिन, मेटफॉर्मिन और ग्लिमेपाइराइड का कॉम्बिनेशन अब 12.74 रुपये प्रति गोली होगा.

स्टेंट की कीमतें भी बढ़ेंगी

दवाओं के साथ-साथ स्टेंट बनाने वाली कंपनियां भी कीमतों में इजाफा हुआ है. बेयर-मेटल स्टेंट की नई कीमत 10,692.69 रुपये और ड्रग-एल्यूटिंग स्टेंट की कीमत 38,933.14 रुपये तय की गई है. बता दें स्‍टेंट एक मेंटल बेस छोटा ट्यूब होता है, जिसका इस्‍तेमाल अमूमन एंजियोप्‍लास्‍टी या अन्‍य किसी उपचार में होता है.

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1 अप्रैल से लागू हुई दरें

एनपीपीए ने अपने नोटिफिकेशन में कहा कि ड्रग प्राइस कंट्रोल ऑर्डर (DPCO) 2013 के पैराग्राफ 16(2) के तहत, कंपनियां WPI के आधार पर अपनी दवाओं की कीमत बढ़ा सकती हैं, और इसके लिए सरकार से पहले मंजूरी लेने की जरूरत नहीं होगी. ऐसे में 1 अप्रैल से दवा की दुकानों पर बढ़ी हुई कीमत लागू हो गई है. जल्द ही एनपीपीए सभी दवाओं की नई कीमतों की लिस्ट जारी करेगा.