KYC कराने के बावजूद फ्रीज है अकाउंट, जान लें इसकी वजह
आजकल कई लोगों के बैंक अकाउंट तेजी से फ्रीज हो रहे हैं, जिसकी वजह है पियर टू पियर ट्रेडिंग. इसी कारण साइबर क्राइम यूनिट लोगों के अकाउंट फ्रीज कर रही है. ऐसे में आइए जानते हैं कि क्या है पियर टू पियर ट्रेडिंग, साथ ही अगर हम इसका शिकार हैं तो कैसे इससे निजात पा सकते हैं.
आजकल कई लोगों के बैंक अकाउंट फ्रीज हो रहे हैं. यह समस्या केवल KYC अपडेट न होने की वजह से नहीं हो रही है, बल्कि साइबर क्राइम यूनिट द्वारा बैंकों को ऐसा करने के निर्देश दिए जा रहे हैं. ऐसा अक्सर फाइनेंशियल फ्रॉड की जांच के दौरान होता है. अकाउंट फ्रीजिंग की एक वजह P2P (पियर-टू-पियर) ट्रेडिंग भी हो सकती है. इसमें दो लोगों के बीच बिना किसी सेंट्रल एजेंसी की जानकारी के पैसे का लेन-देन होता है, खासकर क्रिप्टोकरेंसी जैसे बिटकॉइन में. ऐसे में अगर आपके अकाउंट में किसी P2P ट्रेडिंग से जुड़ा पैसा ट्रांसफर हुआ है और वह किसी जांच एजेंसी के रडार पर आ गया, तो आपका अकाउंट भी फ्रीज किया जा सकता है.
क्या होता है P2P ट्रेडिंग
पी2पी का पूरा नाम पीयर-टू-पीयर है. यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को सीधे भुगतान करने का एक तरीका है, जिसमें बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनियों को मध्यस्थ के रूप में शामिल नहीं किया जाता है. यह लोगों को डिजिटल प्लेटफॉर्म या मोबाइल ऐप के माध्यम से सीधे एक-दूसरे को पैसे भेजने की अनुमति देता है. पी2पी पेमेंट डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में काम करते हैं जो सीधे एक खाते से दूसरे खाते में पैसे ट्रांसफर करते हैं. ऐसे में जब कोई सरकारी एजेंसी पैसे के लेन-देन की कड़ी को ट्रैक करती है और उसमें आपका अकाउंट शामिल होता है, तो आपके खिलाफ भी कार्रवाई हो भी सकती है.
ऐसे में क्या करें?
बैंक से जानकारी लें: सबसे पहले अपने बैंक से संपर्क करें और अकाउंट फ्रीज होने के कारणों की पूरी जानकारी लें. जानें कि यह किस साइबर पुलिस यूनिट के निर्देश पर हुआ और कौन से लेन-देन पर सवाल उठाया गया.
साइबर पुलिस से संपर्क करें: नजदीकी साइबर पुलिस स्टेशन में जाकर, सबूतों के साथ अपना पक्ष रखें जैसे कि पैसा किससे आया था, पैसे क्यों आया था और उससे संबंधित चैट या फिर ईमेल के स्क्रीनशॉट से जुड़ी सबूत पुलिस के साथ शेयर करें.
अकाउंट फ्रीज करवाने वाली एजेंसी से भी अपनी स्थिति स्पष्ट करें. उन्हें अपनी लेनदेन की सही जानकारी दें.
दो अकाउंट का भी ले सकते हैं सहारा
इसके अलावा अपना अकाउंट फ्रीज होने से बचने के लिए आप दो अकाउंट रख सकते हैं. एक सेविंग्स के लिए और दूसरा लेन-देन के लिए. साथ ही ऐसे लेन से भी बचें जिनके बारे में आपको ज्यादा जानकारी नहीं है. किसी भी लेन-देन का रिकॉर्ड भी अपने पास रखे तथा लेन देन करने से पहले उस लेन देन के सोर्स की जानकारी रखें. इस तरह आप अपने बैंक अकाउंट को सुरक्षित रख सकते हैं और अनावश्यक झंझटों से बच सकते हैं.