घरों की कीमतों पर महंगाई की मार, इन 3 तरीकों से खरीदें किफायती मकान?
आसमान छूती मकानों की कीमतों को लेकर आप परेशान हैं तो एक बार यह खबर पढ़ें जिसमें आपको पता चलेगा आफकी प्लानिंग कैसी होनी चाहिए, और कहां मिलेंगे किफायती मकान.
अगर आप अभी घर खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं और महंगे होते जा रहे घरों से परेशान हैं तो एक बार ये खबर पढ़ लें ताकि आपको एक आईडिया लग सके कि कैसे इतने महंगे घरों के बीच किफायती घर भी खरीदे जा सकते हैं.
भारत का रियल एस्टेट बाजार महंगा होता जा रहा है. एस्टेट कंसल्टेंसी कंपनी एनारॉक ती माने तो 2021 की तीसरी और 2024 की तीसरी तिमाही के बीच टॉप सात शहरों में घरों की कीमतों में 46 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. अकेले पिछले साल में औसतन 23 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है.
कई कारण हैं जिसकी वजह से घरों की कीमतें आसमान छू रही हैं. एनारॉक के मुताबिक सबसे बड़ा कारण तो खुद महंगाई है, इसी महंगाई का शिकार कंस्ट्रक्शन में लगने वाला रॉ मटेरियल हो चुका है, ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि इनकी मांग बढ़ी है.
तो क्या अभी घर खरीदने चाहिए?
भारत में ज्यादातर लोगों के लिए प्रॉप्रटी खरीदना लॉन्ग टर्म कमिटमेंट में आता है, मतलब एकमुश्त पैसा देकर घर खरीदने वालों की संख्या कम है. एक्सपर्ट मानते हैं कि आप कर्ज लेकर 15-20 साल तक के लिए ब्याज चुकाएंगे तो आपको इंतजार करने की जरूरत नहीं है, आपको तुरंत घर खरीदने चाहिए.
देखिए कीमतों में बढ़ोतरी जारी रहने की उम्मीद है, हालांकि यह पिछले साल जितनी तेज नहीं होगी. अगर आप वाकई लंबा प्लान बना रहे हैं तो घर खरीदने में देरी ना करें.
हां कर्ज लेकर खरीदने वाले रिजर्व बैंक के फैसलों पर नजर रखें, माना जा रहा है कि भले ही अक्टूबर में ब्याज दरों में गिरावट नहीं आएगी तो दिसंबर में गिरावट की पूरी गुंजाइश है. आप इसके तहत भी अपनी प्लानिंग कर सकते हैं. इसके साथ ही ये भी देख लें कि अगले 5-20 सालों में आपको और कहां बड़े खर्चे करने होंगे, आप कर पाएंगे या नहीं, सारा गणित लगा लें. और ध्यान रहे लोन की EMI आपकी सैलेरी के 50% से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. अगर आपकी सैलेरी एक लाख है तो EMI 50 हजार से ज्यादा ना हो.
- दो सुझाव: अगर आप शहर से थोड़ा दूर घर लेंगे तो आपको कम कीमत पर घर मिल जाएगा. हालांकि ध्यान रहे कि बच्चों का स्कूल आपका ऑफिस बहुत ज्यादा दूर ना हो जाए. लेकिन आपको लगता है कि वो इलाका आने वाले समय फलेगा तो जरूर विचार करें.
- दूसरा, आप ऐसी प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं जो अभी अंडर-कंस्ट्रक्शन है. क्योंकि ऐसे घरों की कीमत भी कम होती है. हालांकि ऐसी जगह निवेश करने से पहले सारे दांव-पेंच देख लें. कंपनी के पास सारे दस्तावेज हैं या नहीं, रेरा से मंजूरी मिली है कि नहीं.