IPL के टिकट पर लगता है 50 फीसदी से ज्यादा टैक्स, GST और क्या-क्या…असली कीमत देख फैन बोलेंगे गजब है भाई

IPL के टिकट पर वाकई में 50 फीसदी से ज्यादा तो टैक्स ही शामिल है. टैक्स पर मीम बनने के बाद सोशल मीडिया पर अब ये मुद्दा उठ रहा है कि आईपीएल के टिकट पर लगने वाले टैक्स पर भी टैक्स लगता है जो गलत है. चलिए जानते हैं, आईपीएल का टिकट कितने का होता है और इस पर कितना टैक्स देना पड़ता है.

IPL के टिकट पर कितना लगता है टैक्स Image Credit: Money9live/Canva

Tax On IPL Ticket: सोशल मीडिया पर इनकम टैक्स, कार पर लगने वाले टैक्स या किसी और चीज पर टैक्स लगने को लेकर मीम बनते रहते हैं. लेकिन ये मीम केवल हंसाने के लिए नहीं है बल्कि वे ये सच्चाई भी बताते हैं कि वाकई एक भारतीय को कितना टैक्स देना पड़ता है. अब IPL का ही उदाहरण ले लीजिए इसका टिकट इतना भी महंगा नहीं है जब तक कि इस पर टैक्स न लगे. IPL के टिकट का तो ये हाल है कि इसमें टैक्स पर भी टैक्स लगता है और फिर इसकी कीमत ज्यादा हो जाती है. चलिए आपको बताते हैं कि आईपीएल के टिकट खरीदने पर आप कितना टैक्स देते हैं, कौन सा टैक्स देते हैं, टैक्स पर टैक्स कौन सा देते हैं.

IPL के टिकट पर कितना टैक्स?

टैक्स सॉल्यूशन प्रोवाइडर efiletax ने X पर एक पोस्ट में बताया कि आईपीएल का टिकट 4000 रुपये का पड़ता है. लेकिन इसमें 50 फीसदी से ज्यादा टैक्स जुड़ा हुआ है. वो कैसे?

अब समझिए पूरा गणित. होता ये है कि 2,343.75 रुपये 25 फीसदी एंटरटेनमेंट टैक्स लगा जो 781.25 रुपये है. इसका टोटल हो गया 3125 रुपये. अब इस पर 28% जीएसटी बनता है 875 रुपये.

समस्या ये है कि ये 28% जीएसटी सिर्फ बेस प्राइस पर नहीं लगाया गया है यह उस कीमत पर जोड़ा गया जिसमें पहले से एंटरटेनमेंट टैक्स शामिल है. यानी आप टैक्स पर भी टैक्स दे रहे हैं.

efiletax का कहना है कि GST सिर्फ बेस प्राइस पर लगना चाहिए, लेकिन जब राज्य पहले एंटरटेनमेंट टैक्स जोड़ देते हैं, तो GST उसके ऊपर भी लागू हो जाता है. यह एक सिस्टम की गड़बड़ी है, जिससे ग्राहक का खर्च बढ़ जाता है.

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क्रिकेट नहीं, दूसरे इवेंट भी इसका शिकार

यह सिर्फ IPL तक सीमित नहीं है. कॉन्सर्ट्स, स्टैंड-अप कॉमेडी शो, फेस्टिवल्स, हर जगह यही दोहरा टैक्स सिस्टम लागू होता है. बाहर से यह ‘वन नेशन, वन टैक्स’ लगता है, लेकिन अंदर से यह टैक्स पर टैक्स का एक उलझा हुआ जाल है.

इस पोस्ट के आखिरी में लिखा है कि जब अगली बार कोई कहे ‘GST ने टैक्स सिस्टम को सिंपल बना दिया’, तो बस उसे अपना 4,000 का टिकट दिखा देना!