EPF में निवेश का जादू! सिर्फ 16,000 रुपये की सैलरी से कैसे बनाएं 1.5 करोड़ का फंड
EPF न केवल रिटायरमेंट के बाद फाइनेंशियल सिक्योरिटी देता है बल्कि इससे मिली ब्याज राशि आपके फंड को तेजी से बढ़ाने में मदद करती है. EPF में नियमित निवेश से लंबी अवधि में बड़ा फंड तैयार किया जा सकता है. जानिए कैसे 16,000 रुपये की सैलरी से आप करोड़पति बन सकते हैं.
जल्दी निवेश से बढ़ता है फंड: रिटायरमेंट के लिए जल्दी वित्तीय योजना शुरू करना बेहद जरूरी है. कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) एक ऐसा विकल्प है, जिसमें कर्मचारी अपनी मूल सैलरी का 12% निवेश कर सकता है.
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EPF कैसे काम करता है: यह भारत में एक रिटायरमेंट बचत योजना है, जिसमें कर्मचारी और नियोक्ता दोनों 12% योगदान करते हैं. निवेश लंबे समय तक जारी रखने पर एक बड़ा फंड तैयार किया जा सकता है.
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जरूरत पर आंशिक निकासी की सुविधा: EPF से कर्मचारी अपनी शिक्षा, शादी या घर बनाने जैसे कामों के लिए आंशिक निकासी कर सकते हैं जिससे यह योजना बेहद लचीली बनती है.
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16,000 की सैलरी से 1.5 करोड़ का फंड: अगर किसी का मूल वेतन 16,000 रुपये है और वह 22 साल की उम्र से EPF में 12% का निवेश शुरू करता है, तो 60 साल की उम्र तक यह राशि 1.5 करोड़ रुपये से अधिक हो सकती है.
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निवेश का गणित: मूल वेतन: ₹16,000 सालाना सैलरी वृद्धि: 5% कुल निवेश (38 साल): ₹34,32,754 ब्याज: ₹1,19,08,242 परिपक्वता राशि: ₹1,53,40,996