म्यूचुअल फंड KYC के लिए अब नहीं करनी होगी मशक्कत, घर बैठे पूरा होगा काम; फॉलो करें ये स्टेप्स

Mutual Fund KYC की प्रक्रिया अब काफी आसान कर दी गई है. इंडिया पोस्ट के साथ हुए पार्टनरशिप के तहत अब ग्राहकों को डोर-टू-डोर वेरिफिकेशन की सुविधा मिलेगी. इसका उद्देश्य केवाईसी को लेकर निवेशकों को आराम पहुंचाना है.

घर बैठे होगी KYC Image Credit: @Tv9

Mutual Fund KYC process: म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले निवेशकों की संख्या पिछले कुछ समय से काफी बढ़ गई है. उसी तर्ज पर अगर आप भी म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाह रहे हैं तब बैंक अकाउंट या डी-मैट अकाउंट खोलकर कर सकते हैं. लेकिन इसमें निवेश करने से पहले निवेशक को KYC करवाना जरूरी होता है. पहले केवाईसी की प्रक्रिया काफी मुश्किल भरी होती है लेकिन इस प्रोसेस को अब आसान कर दिया गया है. अब घर बैठे आप केवाईसी करवा सकते हैं. म्यूचुअल फंड की ऑनबोर्डिंग को सरल और विस्तारित करने के लिए कुछ कंपनियों ने इंडिया पोस्ट के साथ टाई-अप किया है. इसमें Nippon India का नाम भी शामिल है.

कैसे आसान होगा काम?

इंडिया डाक के साथ हुए पार्टनरशिप के तहत ग्राहकों को डोर-टू-डोर वेरिफिकेशन सुविधा देगी. इसका उद्देश्य केवाईसी को लेकर निवेशकों की सहूलियत तो है ही साथ ही म्यूचुअल फंड में निवेश को लेकर लोगों के बीच जागरूकता फैलाने भी है. संचार मंत्रालय की ओर से 3 अप्रैल 2025 को जारी एक रिलीज के मुताबिक, भारतीय डाक की पहुंच देश के हर कोने में है. ऐसे में इंडिया पोस्ट बहुत बड़े स्तर पर केवाईसी को हैंडल करता है.

घर बैठे कैसे करें केवाईसी?

घर बैठे निवेशकों की केवाईसी पूरी कराने की जिम्मेदारी म्यूचुअल फंड हाउस की होती है. हालांकि इस प्रोसेस के लिए ग्राहक को केवाईसी के लिए अप्लाई करना होगा. इसके लिए डोर-टू-डोर सर्विस उपलब्ध करानी होती है. ये सर्विस मुख्य रूप से बुजुर्गों और ग्रामीण स्थान पर रहने वाले लोगों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है. संचार मंत्रालय का कहना है कि इससे देश में आम लोगों का निवेश बढ़ाने में मदद मिल सकती है. ये वित्तीय समावेश के लिहाज काफी अहम हो सकता है. इंडिया पोस्ट की इस डोर-टू-डोर केवाईसी सर्विस का फायदा ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोग कर सकते हैं.

क्या है KYC?

प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट 2002 के अंतर्गत, मार्केट रेगुलेटर सेबी कैपिटल मार्केट को रेगुलेट करती है. केवाईसी के जरिये ही सेबी के पास म्यूचुअल फंड और इसमें निवेश करने की जानकारी पहुंचती है. केवाईसी यानी Know Your Customer. इस प्रक्रिया के लिए निवेशक को अपनी निजी जानकारी आधार, पैन जैसे तमाम डाक्यूमेंट को जमा करना पड़ता है. अगर कोई कस्टमर म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहता है तो उसे केवाईसी करना अहम है.

कैसे करें KYC के लिए रजिस्टर?

निवेशक को केवाईसी के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करना होगा. सभी स्टेप्स के बाद आखिर में इन पर्सन निवेशक की जानकारियों को वेरिफाई किया जाएगा.