आज से बदल गए क्रेडिट कार्ड और टैक्स नियम! जानिए कैसे होगा आपकी जेब पर असर

आज से लागू हुए हैं कुछ ऐसे नए वित्तीय और टैक्स नियम, जिनका सीधा असर आपकी रोजमर्रा की आर्थिक गतिविधियों पर पड़ सकता है. जानिए कैसे ये बदलाव आपकी जेब पर प्रभाव डालेंगे.

1 अक्टूबर 2024 से कई वित्तीय और टैक्स पॉलिसी में महत्वपूर्ण बदलाव लागू हो गए हैं.ये बदलाव क्रेडिट कार्ड रिवार्ड प्रोग्राम और बीमा पॉलिसी जैसे तमाम आपके फाइनेंशियल फैसलों पर असर डालेंगे.इसके साथ ही कई बैंकों के डेबिट और क्रेडिट कार्ड में अहम बदलाव किए गए हैं जो ग्राहकों को जानना जरूरी है. नियमों में हुए बदलाव से आप स्थिति को समझते हुए सही खर्च या निवेश कर सकेंगे. आर्टिकल में हमने कुछ खास बदलावों को शामिल किया है.

HDFC बैंक क्रेडिट कार्ड

HDFC बैंक ने अपनी इनफिनिया और इनफिनिया मेटल क्रेडिट कार्ड्स के लॉयल्टी प्रोग्राम में कुछ अहम बदलाव किए हैं.अब कार्डधारक एक कैलेंडर तिमाही में सिर्फ एक ही Apple प्रोडक्ट के लिए रिवार्ड पॉइंट्स का इस्तेमाल कर सकेंगे.ये खरीदारी एचडीएफसी बैंक के स्मार्टबाय पोर्टल के माध्यम से की जा सकेगी.तिमाहियां अप्रैल-जून, जुलाई-सितंबर, अक्टूबर-दिसंबर, और जनवरी-मार्च में बंटी हुई हैं.

साथ ही, तानिष्क वाउचर्स के लिए भी एक तिमाही में 50,000 रिवार्ड पॉइंट्स की सीमा तय की गई है.यह सीमा केवल इनफिनिया और इनफिनिया मेटल कार्डधारकों पर लागू होगी.

ICICI बैंक डेबिट कार्ड

आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने भी आज से अपने डेबिट कार्डधारकों के लिए कुछ बदलाव लागू किए हैं.अब कार्डधारकों को मुफ्त एयरपोर्ट लाउंज की सुविधा प्राप्त करने के लिए पिछले तिमाही में कम से कम ₹10,000 खर्च करने होंगे.उदाहरण के तौर पर, अक्टूबर से दिसंबर 2024 के लिए लाउंज एक्सेस हासिल करने के लिए, ग्राहकों को जुलाई से सितंबर 2024 के बीच ₹10,000 खर्च करने होंगे.

यह नया नियम आईसीआईसीआई बैंक के कोरल, रूबीक्स और एक्सप्रेशंस डेबिट कार्डों पर लागू होगा.योग्य कार्डधारकों को हर तिमाही में दो मुफ्त एयरपोर्ट लाउंज विजिट मिल सकेंगी.

म्युचुअल फंड रिपर्चेज पर 20% टीडीएस समाप्त

आज से लागू किए गए नए आयकर नियमों में म्युचुअल फंड रिपर्चेज पर 20% टीडीएस हटाया गया है.इस बदलाव से म्युचुअल फंड निवेशकों को राहत मिलेगी और वे अपने निवेश रिटर्न से अधिक पैसा बचा सकेंगे.

छोटी बचत योजनाओं में बदलाव

वित्त मंत्रालय ने छोटी बचत योजनाओं (Small Saving Scheme) में भी नए दिशानिर्देश लागू किए हैं.जिन प्रवासी भारतीयों (NRIs) ने बिना निवासी जानकारी के पीपीएफ खाते खोले हैं उनके लिए ब्याज दर अब 0% होगी.

साथ ही, सरकार ने लगातार तीसरी तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें अपरिवर्तित रखी हैं.अक्टूबर-दिसंबर 2024 के लिए ब्याज दरें पिछली तिमाही की दरों के समान ही रहेंगी.

PPF खातों में बदलाव

नए प्रावधानों के तहत, नाबालिगों के नाम पर खोले गए पीपीएफ खातों में तब तक पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट (POSA) ब्याज दर लागू रहेगी जब तक बच्चा 18 साल का नहीं हो जाता.इसके बाद सामान्य ब्याज दर लागू होगी. साथ ही, जिनके पास एक से अधिक पीपीएफ खाते हैं, केवल उनके प्राथमिक खाते पर ही स्कीम की दरें लागू होंगी और बाकी खातों की शेष राशि को उनके प्राथमिक खाते में मिला दिया जाएगा.

ये सभी बदलाव आज से प्रभावी हो गए हैं और इनका सीधा असर निवेशकों, क्रेडिट कार्डधारकों, और आम जनता पर पड़ेगा.