तलाक को रोकेगी ये पढ़ाई! कपल के लिए लांच हुआ देश का पहला फाइनेंस कोर्स
नेहा नागर का कपल फाइनेंस कोर्स दंपत्तियों को वित्तीय विवादों को सुलझाने और एक साथ बजट और बचत करने के तरीके सिखाता है. इस कोर्स का उद्देश्य कपल को वित्तीय तनाव से बचाने और उनके रिश्ते को मजबूत बनाने में मदद करना है.
फाइनेंस एक्सपर्ट नेहा नागर ने देश का पहला कपल फाइनेंस कोर्स लॉन्च किया है, जो कपल को अपने फाइनेंस को बेहतर तरीके से समझने और मैनेज करने में मदद करेगा. यह कोर्स कपल को बजट, बचत और वित्तीय विवादों से निपटने के समाधान प्रदान करेगा, जिससे वे वित्तीय तनाव से बच सकते हैं और अपने रिश्ते को मजबूत बनाए रख सकते हैं. आइए जानते हैं कि वित्तीय समस्याओं के कारण दंपत्तियों के बीच कैसी दिक्कतें आती हैं और इसका रिश्तों पर क्या असर पड़ता है.
तलाक का कारण बन रहा
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में तलाक के बढ़ते मामलों का एक बड़ा कारण आर्थिक समस्याएं बन रही हैं. दुनियाभर में 40-50 प्रतिशत तलाक पैसे से जुड़ी समस्याओं के कारण होते हैं. कई कपल्स अपनी वित्तीय स्थिति को संभालने में कठिनाई का सामना करते हैं, चाहे वह बचत हो, खर्च हो या पैसे की कमी हो. इन समस्याओं के कारण कपल्स को न केवल वित्तीय बल्कि मानसिक और भावनात्मक दबाव का भी सामना करना पड़ता है.
तनाव का रिश्तों पर असर
- 60 प्रतिशत भारतीय दंपत्तियों के बीच पैसे को लेकर विवाद होते हैं.
- 40 प्रतिशत तलाक का कारण वित्तीय तनाव है, और यह संख्या बढ़ रही है.
- हाई-प्रोफाइल तलाक में गुजारा भत्ते की रकम लाखों रुपये तक पहुंच सकती है, जिससे दोनों पक्षों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. पैसे से जुड़ी समस्याओं का रिश्तों पर असर
अगर वित्तीय तनाव को नजरअंदाज किया जाए, तो यह दंपत्तियों के बीच भावनात्मक दूरी का कारण बन सकता है. शुरू में वित्तीय असहमति बजट या बचत जैसे छोटे मुद्दे लग सकते हैं, लेकिन समय के साथ यह नाराजगी और बातचीत बंद होने का कारण बन सकते हैं. इससे तनाव और चिंता बढ़ती है, जो रिश्ते को और जटिल बना देती है.
जानकारी की कमी
कई दंपत्तियों के पास अपने पैसे का सही प्रबंधन करने के लिए जरूरी जानकारी और कौशल की कमी होती है. इससे गलत आर्थिक फैसले हो सकते हैं, जैसे अत्यधिक खर्च या भविष्य के लिए पर्याप्त बचत नहीं करना. बढ़ती महंगाई के कारण दबाव और बढ़ जाता है, जिससे रिश्तों पर असर पड़ता है.
खर्च को लेकर असहमति
दंपत्तियों के बीच पैसे के प्रबंधन को लेकर अक्सर मतभेद होते हैं. एक साथी भविष्य के लिए बचत करना चाहता है, जबकि दूसरा वर्तमान में खर्च करना पसंद करता है. इन मतभेदों से टकराव हो सकता है, जिससे दोनों साथी असंतुष्ट महसूस करते हैं. अगर इन मुद्दों को सुलझाया नहीं गया, तो ये रिश्ते को नुकसान पहुंचा सकते हैं.