रिटायरमेंट के बाद ऐसे मिलेगा 1.5 लाख का पेंशन, केवल इतना करना होगा निवेश

यदि आपने अभी अपना करियर शुरू किया है और आपकी उम्र 25 साल है, तो यह रिटायरमेंट यात्रा की शुरुआत करने का सबसे सही समय है.राष्ट्रीय पेंशन सिस्टम के माध्यम से 1.5 लाख रुपये की मासिक पेंशन प्राप्त करने के लिए 25 वर्षीय व्यक्ति को मिनिमम राशि निवेश करना होगा. नेशनल पेंशन सिस्टम में निवेश करने वालों को कई प्रकार के टैक्स लाभ मिलते हैं.

रिटायरमेंट के बाद ऐसे मिलेगा 1.5 लाख का पेंशन Image Credit: GettyImages

यदि आप रिटायरमेंट के बाद 1.5 लाख रुपये का पेंशन चाहते हैं, तो एनपीएस इसमें मददगार साबित हो सकता है. नेशनल पेंशन सिस्टम उन लोगों के लिए एक शानदार पहल है जो रिटायरमेंट के लिए फंड जमा करना चाहते हैं. आप जितना जल्दी इसमें निवेश करेंगे, आपके लिए उतना ही बेहतर होगा, और साथ ही एक बड़ी रिटायरमेंट राशि भी जमा कर सकते हैं. यदि आपने अभी अपना करियर शुरू किया है और आपकी उम्र 25 साल है, तो यह रिटायरमेंट यात्रा की शुरुआत करने का सबसे सही समय है.

राष्ट्रीय पेंशन सिस्टम के माध्यम से 1.5 लाख रुपये की मासिक पेंशन प्राप्त करने के लिए 25 वर्षीय व्यक्ति को कितना निवेश करना चाहिए और कितना समय लगेगा, यह समझना आवश्यक है.

कितना करना होगा निवेश?

यदि आप नेशनल पेंशन सिस्टम में निवेश करते हैं और आपका लक्ष्य 1.5 लाख रुपये पेंशन पाने का है, तो यह राशि सालाना 18 लाख रुपये बनती है. इसे हासिल करने के लिए 25 साल के व्यक्ति को 40 साल तक हर महीने 12,000 रुपये का निवेश करना होगा. यदि आप 40 साल तक 12,000 रुपये का निवेश करते हैं, तो 65 साल की उम्र में आपको हर महीने 1.5 लाख रुपये पेंशन मिल सकता है.

कितने प्रकार के होते हैं अकाउंट?

इसमें दो प्रकार के अकाउंट होते हैं: टियर 1 अकाउंट और टियर 2 अकाउंट. टियर 1 एक स्थायी रिटायरमेंट फंड के रूप में काम करता है, जिसमें आपको चयनित स्कीम में निवेश करना होता है. वहीं, टियर 2 खाता स्वैच्छा निकालने का विकल्प देता है, जिसका उपयोग तभी किया जा सकता है जब टियर 1 खाता चालू हो.

टैक्स में लाभ

नेशनल पेंशन सिस्टम में निवेश करने वालों को कई प्रकार के टैक्स लाभ मिलते हैं. इसमें धारा 80CCD(1) के तहत, सैलरी के 10 प्रतिशत तक टैक्स कटौती की अनुमति है. इसके अलावा, धारा 80CCD(1B) के तहत 50,000 रुपये तक की अतिरिक्त टैक्स कटौती का दावा किया जा सकता है. एनपीएस को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह रिटायरमेंट बचत को बढ़ावा देता है.