NPS Vatsalya Scheme: बच्‍चों की पढ़ाई से लेकर शादी की टेंशन होगी दूर, महज 1000 के निवेश से बनाएं लाखों का फंड

बजट 2024 में हुई घोषणा के बाद आखिरकार वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को इस योजना को लॉन्‍च कर दिया है. इसमें माता-पिता व अभिभावक अपने बच्‍चे के सुरक्षित भविष्‍य के लिए पैसे जमा कर सकते हैं.

NPS Vatsalya स्‍कीम हुई लॉन्‍च Image Credit: PTI/freepik

बच्चों के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने के मकसद से सरकार एनपीएस वात्‍सल्‍य NPS Vatsalya लेकर आई है. बजट 2024 में इसकी घोषणा के बाद वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण 18 सितंबर यानी बुधवार को इस योजना का शुभारंभ किया. उन्‍होंने एनपीएस वात्सल्य का सब्सक्रिप्शन लेने के लिए एक पोर्टल भी लान्च किया. इस दौरान योजना से जुड़ा एक ब्रोशर भी जारी किया गया, जिसमें एनपीएस वात्सल्य के बारे में पूरी जानकारी दी गई है. साथ ही नए रजिस्‍टर्ड नाबालिग सब्‍स्‍क्राइबर्स के लिए परमानेंट रिटायरमेंट अकाउंट नंबर (PRAN) कार्ड भी जारी किए.

एनपीएस वात्सल्य योजना पेंशन सिस्टम में एक अहम कदम माना जा रहा है. योजना का प्रबंधन पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलेपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) करेगा. इस स्कीम में माता-पिता और अभिभावक को पेंशन खाते में निवेश करने की अनुमति मिलती है. वे अपने बच्चों के भविष्य के लिए इसमें फंड जमा कर सकते हैं. तो कैसी है यह स्कीम, इसमें किन लोगों को निवेश करना चाहिए और ये कैसे फायदेमंद है आइए समझते हैं.

क्‍या है एनपीएस वात्‍सल्‍य योजना?

NPS Vatsalya स्कीम को मौजूदा NPS में बदलाव के तहत डिज़ाइन किया गया है. इस योजना में माता-पिता या अभिभावक अपने नाबालिग बच्चों के लिए खाता खोल सकते हैं. वह उनके सुरक्षित भविष्‍य के लिए अपने रिटायरमेंट सेविंग फंड में योगदान कर सकते हैं. अभिभावक अपने पेंशन खाते में निवेश करके बच्चों के भविष्य के लिए फंड का इंतजाम कर सकते हैं. बाद में बच्‍चे की उम्र18 साल होने पर वह खुद इस खाते को संभाल सकता है. बच्चे के बालिग होने पर इस प्लान को बिना किसी बाधा के नॉन NPS प्लान में कन्वर्ट किया जा सकता है. जबकि अभिभावक के पास खाते को नियमित NPS खाते में बदलने का विकल्प होगा.

योजना से जुड़ी जरूरी बातें

एनपीएस-वात्सल्य स्कीम में बच्चे के नाम पर महज 1000 रुपए से निवेश किया जा सकता है. अभिभावक के खाता खुलवाने पर उन्‍हें बच्‍चे के 18 साल की उम्र तक हर साल वात्सल्य खाते में न्यूनतम रुपए डालने होंगे. इसमें अधिकतम पैसा जमा करने की कोई लिमिट नहीं है. बच्चे के 18 साल के होने पर वह इसे खुद चला सकता है.

स्‍कीम में मिलेंगी ये सुविधाएं

इस स्‍कीम के तहत अभिभावक बच्चे के 18 साल के होने से पहले भी पैसे निकाल सकते हैं. नियम के मुताबिक खाता खुलवाने की तारीख से 3 साल बाद बच्चे के नाम पर खुले खाते में जमा कुल रकम का 25% हिस्सा निकाल सकते हैं. आंशिक निकासी की ये सुविधा बच्चे के 18 साल का होने तक 3 बार ही मिलेगी.

कैसे खुलवाएं खाता

NPS खाता खुलवाने के लिए आप पेंशन फंड रेगुलेटर की वेबसाइट eNPS पर जाकर इस प्रक्रिया का पूरा कर सकते हैं. इसके अलावा सभी सरकारी और निजी बैंक भी यह सुविधा दे रहे हैं. एनपीएस वात्‍सल्‍य स्‍कीम के तहत सभी माता-पिता और अभिभावक अकाउंट खुलवा सकते हैं. इसमें भारतीय के अलावा NRI या OCI कैटेगरी के भी पैरेंट्स अपने नाबालिग बच्चों के लिए अकाउंट खोल सकते हैं.

5 हजार रुपए के निवेश पर कितनी मिलेगी रकम

NPS Vatsalya स्‍कीम के तहत वैसे तो कोई भी एक हजार रुपए से निवेश शुरू कर सकता है, लेकिन अगर आप हर महीने 5 हजार रुपए जमा करते हैं तो आप बच्‍चे के भविष्‍य के लिए कितनी रकम जोड़ सकते हैं, यह एक उदाहरण से समझते हैं. मान लीजिए गरिमा नाम की एक महिला ने अपनी बच्‍ची के लिए 5000 रुपए महीने के हिसाब से गरिमा बिटिया के लिए हर साल 60 हजार रुपए निवेश किया. इस तरह 18 साल में वह कुल 10.80 लाख रुपए जमा करेंगी. अगर इस निवेश पर सालाना करीब 10 फीसद का रिटर्न भी मिलता है तो 18 साल में 19.47 लाख रुपए बनेंगे. ऐसे में कुल 30.27 लाख रुपए का फंड तैयार हो जाएगा.