क्या आप भी हैं पेंशनभोगी? घोटालेबाजों से रहे सावधान…देशभर में पेंशनभोगी हो रहें शिकार
पेंशन पाने वाले लोग तेजी से धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं. यह धोखाधड़ी अलग-अलग तरीके से हो रहे है. ऐसे में सचेत रहने की बहुत जरूरत है.
भारत में 67 लाख से अधिक पेंशन पाने वाले लेग है. ऐसे में पेंशन पाने वाले लोग तेजी से धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं. यह धोखाधड़ी अलग-अलग तरीके से हो रहे है. ऐसे में सचेत रहने की बहुत जरूरत है. इस बात की जानकारी फाइनेंशियल टाइम्स के रिपोर्ट के हवाले से पता लगी है. दरअसल, धोखेबाज सेंट्रल पेंशन एकाउंटिंग ऑफिस (CPAO) के ऑफिसर्स का रूप धारण करते हैं.
इसके बाद लोगों को ठगते है. यहीं नहीं ये घोटालेबाज व्हाट्सएप का भी इस्तेमाल करते है. रिपोर्ट में कहा गया कि घोटालेबाज फर्जी फॉर्म भरवाते है. उन्हें कहा जाता है कि फॉर्म नहीं भरने पर उनका पेंशन रोक दिया जाएगा. इस फार्म में व्यक्तिगत जानकारी, जैसे बैंक खाते का डिटेल और पीपीओ नंबर आदि भरने को कहा जाता है.
पेंशनभोगी ऐसे रहे सुरक्षित
इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए आपको सतर्क रहना चाहिए. साथ ही पेंशनभोगियों को इसके बारे में बेसिक जानकारियां इकट्ठा कर लेना चाहिए. यह भी ध्यान रखना चाहिए कि कोई भी सरकारी एजेंसी कभी भी व्हाट्सएप या फोन कॉल के माध्यम से पीपीओ नंबर या बैंक खाते के डिटेल जैसी पर्सनल जानकारी नहीं मांगती हैं. यदि कोई ऐसा मैसेज मिलता है तो तुरंत इसकी शिकायत करना चाहिए.
साइबर अपराध के मामले
साइबर अपराध में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. साल 2021 में 452,414 मामले दर्ज की गई. वहीं साल 2022 में 966,790, 2023 में 1,556,218 और अकेले 2024 के पहले चार महीनों में 740,957 शिकायत दर्ज की गयी. साल 2023 में, I4C ने 100,000 से अधिक निवेश धोखाधड़ी की घटनाओं की सूचना दी. 2024 के शुरुआती चार महीनों में डिजिटल गिरफ्तारियों के कारण 4,599 मामलों में 120 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.