इस राज्य के लोग देते हैं पेट्रोल और डीजल पर सबसे ज्यादा टैक्स, जानें सबसे मौज में कौन
भारत में पेट्रोल और डीजल पर सबसे ज्यादा टैक्स लगाने वाले राज्यों में तेलंगाना शीर्ष पर है, जहां पेट्रोल पर 35.20 फीसदी और डीजल पर 27 फीसदी VAT है. इसके बाद केरल और आंध्र प्रदेश का स्थान है. दक्षिणी राज्यों का टैक्स कलेक्शन सबसे ज्यादा (लगभग 30 फीसदी) है, जबकि पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में यह सबसे कम 7 फीसदी से 8 फीसदी है.

Petrol and Diesel Tax: अगर आप सोच रहे हैं कि आपके राज्य में पेट्रोल और डीजल पर कितना टैक्स लगता है, तो यह रिपोर्ट आपके लिए है. देश में हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश का टैक्स स्ट्रक्चर पेट्रोल और शराब पर अलग-अलग है. राज्य अपने सुविधा और जरूरतों के हिसाब से टैक्स घटाते बढ़ाते रहते हैं. टैक्स देने सबसे ज्यादा हिस्सेदारी दक्षिण भारत के राज्यों की है, जो लगभग 30 फीसदी है. इसके बाद उत्तर भारत के राज्यों का नंबर आता है.
कहां लगता है ज्यादा टैक्स
SBI की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में पेट्रोल और डीजल पर सबसे ज्यादा टैक्स लगाने वाले राज्यों में तेलंगाना सबसे आगे है, जहां पेट्रोल पर 35.20 फीसदी VAT और डीजल पर 27 फीसदी VAT लिया जाता है. इसके बाद केरल का स्थान है, जहां पेट्रोल पर 30.08 फीसदी बिक्री कर, 1 रुपये प्रति लीटर अतिरिक्त सेल्स टैक्स, 1 फीसदी सेस और 2 रुपये प्रति लीटर सोशल सिक्योरिटी सेस लगाया जाता है. केरल में डीजल पर 22.76 फीसदी सेल्स टैक्स, 1 रुपये प्रति लीटर अतिरिक्त सेल्स टैक्स , 1 फीसदी सेस और 2 रुपये प्रति लीटर सोशल सिक्योरिटी सेस लगता है.
आंध्र प्रदेश में 31 फीसदी VAT
तो वहीं आंध्र प्रदेश में पेट्रोल पर 31 फीसदी VAT, 4 प्रति लीटर VAT और 1 रुपया प्रति लीटर रोड डेवलपमेंट सेस के साथसाथ डीजल पर 22.25 फीसदी VAT, 4 रुपये प्रति लीटर VAT और 1 रुपये प्रति लीटर रोड डेवलपमेंट सेस लागू होता है. महाराष्ट्र में पेट्रोल पर 25 फीसदी VAT और 5.12 रुपये प्रति लीटर अतिरिक्त टैक्स तथा डीजल पर 21 फीसदी VAT लिया जाता है. कर्नाटक में पेट्रोल पर 29.84 फीसदी सेल्स टैक्स और डीजल पर 18.44 फीसदी सेल्स टैक्स लागू होता है. इस तरह से इन राज्यों में पेट्रोल और डीजल पर टैक्स का भार सबसे ज्यादा है.
सबसे मौज में कौन
सबसे कम टैक्स गुजरात में हैं, जहां पेट्रोल पर 13.7 फीसदी और डीजल पर 13.9 फीसदी VAT लगता है. इसके बाद गोवा का नंबर आता है जहां पर पेट्रोल पर 21.5 फीसदी VAT के अलावा 0.5 फीसदी ग्रीन सेस लगता है और डीजल पर 17.5 फीसदी टैक्स के अलावा 0.5 फीसदी ग्रीन सेस लगता है.
पेट्रोल और डीजल पर सबसे ज्यादा टैक्स लेने वाले राज्य
राज्य/केंद्रशासित प्रदेश | पेट्रोल पर टैक्स | डीजल पर टैक्स |
---|---|---|
तेलंगाना | 35.20% VAT | 27% VAT |
केरल | 30.08% बिक्री कर + ₹1/लीटर अतिरिक्त बिक्री कर + 1% सेस + ₹2/लीटर सोशल सिक्योरिटी सेस | 22.76% बिक्री कर + ₹1/लीटर अतिरिक्त बिक्री कर + 1% सेस + ₹2/लीटर सोशल सिक्योरिटी सेस |
आंध्र प्रदेश | 31% VAT + ₹4/लीटर VAT + ₹1/लीटर रोड डेवलपमेंट सेस | 22.25% VAT + ₹4/लीटर VAT + ₹1/लीटर रोड डेवलपमेंट सेस |
महाराष्ट्र | 25% VAT + ₹5.12/लीटर अतिरिक्त टैक्स | 21% VAT |
कर्नाटक | 29.84% बिक्री कर | 18.44% बिक्री कर |
कौन से रीजन में लगता है ज्यादा टैक्स
दक्षिणी राज्यों का सेल्स टैक्स कलेक्शन सबसे ज्यादा है, जो करीब 30 फीसदी है. इसके बाद उत्तर भारत का हिस्सा है, जहां यह 22 फीसदी से 26 फीसदी के बीच है. पश्चिम भारत में यह आंकड़ा 25 से 29 फीसदी तक पहुंचता है. वहीं, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में यह प्रतिशत सबसे कम, यानी लगभग 7 फीसदी से 8 फीसदी के बीच रहता है.
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