क्या आप पर्सनल लोन ट्रांसफर कर सकते हैं? जानें सच्चाई!
क्या आप पर्सनल लोन ट्रांसफर करने की सोच रहे हैं? आर्टिकल में जानें की क्या ऐसा करना भारत में संभव है. साथ ही ऐसे तमाम विकल्प हैं जो लोन दिलाने के आपके राह को और भी आसान कर सकते हैं.
पर्सनल लोन ट्रांसफर करने की इच्छा कई बार उधारकर्ताओं के मन में आती है. खासकर जब उन्हें लोन पेमेंट में तय शर्तों से ज्यादा रियायत चाहिए होती है. हालांकि असल में पर्सनल लोन को किसी दूसरे व्यक्ति के नाम पर ट्रांसफर करना आमतौर पर संभव नहीं होता है. लेकिन कुछ तरीकों से आप किसी को लोन दिलाने का तरीका थोड़ा आसान बना सकते हैं.
पर्सनल लोन का ट्रांसफर क्यों नहीं होता संभव?
पर्सनल लोन के ट्रांसफर न होने का सबसे बड़ा कारण है कि ये लोन उधारकर्ता के क्रेडिट स्कोर और वित्तीय स्थिति के आधार पर मुहैया होते हैं. जब कोई व्यक्ति पर्सनल लोन लेता है, तो वह और बैंक या एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी) के बीच एक कानूनी करार होता है. यह अनुबंध केवल उस व्यक्ति पर लागू होता है जिसने लोन लिया है और इसे किसी दूसरे के नाम पर ट्रांसफर नहीं किया जा सकता.
यदि कोई नया उधारकर्ता लोन को अपने नाम पर लेना चाहता है, तो उसे नए सिरे से क्रेडिट चेक और आय की पुष्टि की प्रक्रिया से गुजरना होगा.
वैकल्पिक विकल्प
अगर आप किसी और की पर्सनल लोन की मदद करना चाहते हैं या अपने मौजूदा लोन का बोझ हल्का करना चाहते हैं, तो इसके कुछ विकल्प हो सकते हैं:
- नया लोन को-साइन करना: आप किसी अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर नया लोन ले सकते हैं, बशर्ते उस व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर अच्छा हो. इससे आप बेहतर ब्याज दरों पर लोन हासिल कर सकते हैं.
- ऋण समेकन (डेब्ट कंसॉलिडेशन): यह एक और विकल्प है, जहां आप अपने सभी लोन को एक ही लोन में मिला सकते हैं. इससे ब्याज दरें कम हो सकती हैं और पेमेंट की प्रक्रिया भी सरल हो जाती है.
- लोन सेटलमेंट: अगर आपके लिए लोन चुकाना मुश्किल हो रहा है, तो आप बैंक के साथ बातचीत करके सेटलमेंट का विकल्प चुन सकते हैं. इसमें आप पूरी बकाया राशि से कम भुगतान करके लोन खत्म कर सकते हैं. लेकिन ध्यान रहे इसका आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
पुराने लोन को चुकाने के लिए नया लोन
लोन के भुगतान के लिए रिफाइनेंसिंग भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है. इसमें आप पुराने लोन को चुकाने के लिए एक नया लोन लेते हैं, जो बेहतर शर्तों पर होता है. इससे ब्याज दरें कम हो सकती हैं या मासिक भुगतान कम हो सकता है. लेकिन इसके लिए आप जिस नए बैंक या एनबीएफसी से लोन से रहे हैं उसकी योग्यता मानकों को पूरा करना होगा.
भारत में बैंक, एनबीएफसी और फिनटेक कंपनियां वित्तीय समावेशन में अहम भूमिका निभा रही हैं. हालांकि, जिन लोगों का क्रेडिट स्कोर कम है, उन्हें लोन हासिल करने में अभी भी कठिनाई होती है. ऐसे लोग अक्सर अपने परिवार के भरोसेमंद सदस्यों की मदद से लोन हासिल करने की कोशिश करते हैं.
लोन लेने से पहले रखें इन बातों का ध्यान
लोन से जुड़े किसी भी फैसले को लेने से पहले आपको अपनी स्थिति और बैंक की शर्तों को अच्छी तरह से समझना चाहिए. यह सलाह दी जाती है कि किसी वित्तीय विशेषज्ञ से सलाह लेने के बाद ही किसी भी लोन ट्रांसफर, रिफाइनेंसिंग या सेटलमेंट का निर्णय लें. इससे आप अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से संभाल सकेंगे और अपने वित्तीय लक्ष्यों को सुरक्षित रख सकेंगे.