पर्सलन लोन एग्रीमेंट पर साइन से पहले जान लें ये 7 बातें, नहीं तो बाद में पछताएंगे
पर्सनल लोन लेने से पहले हमें इससे जुड़े नियमों और शर्तों को जानना बेहद जरूरी है. सही योजना और सावधानी से आप इसे अपने लिए एक मददगार वित्तीय साधन बना सकते हैं. तो चलिए जानते हैं पर्सनल लोन से जुड़े किन-किन बातों की जानकारी होनी चाहिए.
जब भी हमें अचानक पैसों की जरूरत पड़ती है तो पर्सनल लोन का ऑप्शन चुनते हैं, क्योंकि यह लोन लेना काफी आसान होता है. लेकिन इसे लेने से पहले इससे जुड़े सभी नियम और शर्तों को जानना बेहद जरूरी है. इसकी जानकारी होने पर इसके प्रोसेस को समझना आसान हो जाता है. लोन लेने से पहले इसके सभी पहलुओं को समझना जरूरी है. तो चलिए जानते हैं पर्सनल लोन से जुड़े किन-किन बातों की जानकारी होनी चाहिए.
इंटरेस्ट रेट्स (Interest Rates)
पर्सनल लोन पर इंटरेस्ट रेट तय करता है कि आपको कुल कितना पेमेंट करना होगा. अलग-अलग बैंकों और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट्स से इंटरेस्ट रेट की तुलना करें. यह भी समझें कि ब्याज दर फिक्स्ड है या फ्लोटिंग है. यह आपके इक्वेटेड मंथली इंस्टॉलमेंट्स (EMIs) को अलग-अलग तरीके से प्रभावित कर सकती है.
लोन अमाउंट और टेन्योर (Loan Amount and Tenure)
कर्ज की राशि और रिपेमेंट पीरियड (repayment period) आपकी बजट क्षमता के अनुसार होनी चाहिए. लंबे समय की अवधि से मासिक किस्तें कम हो सकती हैं, लेकिन कुल ब्याज बढ़ जाता है. वहीं, छोटी अवधि से ब्याज कम होगा लेकिन मासिक किस्तें ज्यादा होंगी.
नियम और शर्तें (Terms and Conditions)
लोन की सभी शर्तों को ध्यान से पढ़ें. इंटरेस्ट रेट में संभावित बदलाव, प्रीपेमेंट की सुविधा, भुगतान में देरी के जुर्माने और रिपेमेंट की समय-सारणी को समझें.
दस्तावेज (Documentation)
सभी दस्तावेज सही और अपडेट (updated) होने चाहिए, जैसे पहचान पत्र, पते का प्रमाण, इनकम सर्टिफिकेट और फोटो. गलत दस्तावेज देने से लोन की मंजूरी में देरी हो सकती है या रिपेमेंट के प्रोसेस में समस्याएं आ सकती हैं.
फीस और चार्ज (Fees and Charges)
लोन से जुड़े दूसरे खर्चों पर ध्यान दें, जैसे प्रोसेसिंग फीस, लेट पेमेंट पेनल्टी और प्रीपेमेंट चार्ज.
फाइनेंशियल कंडीशन (Impact on Finances)
अपनी मौजूदा वित्तीय स्थिति का आकलन करें. साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि लोन की मासिक किस्तें आपकी दूसरी जरूरतों के साथ आसानी से चुकाई जा सकें. अधिक कर्ज लेने से वित्तीय समस्याएं और डिफॉल्ट का जोखिम बढ़ सकता है.
क्रेडिट स्कोर (Credit Score)
अच्छा क्रेडिट स्कोर (750 या उससे अधिक) होने से आपको बेहतर शर्तों पर लोन मिल सकता है. अपने सभी बिल समय पर चुकाएं ताकि आपका स्कोर मजबूत रहे.