पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट का होगा अब e-KYC, जानें आपको कैसे मिलेगा फायदा
डाक विभाग 6 जनवरी 2025 से पोस्ट ऑफिस सेविंग खातों के लिए e-KYC शुरू करेगा. आधार ऑथेंटिकेशन से केवाईसी प्रक्रिया होगी, जिससे डॉक्यूमेंट ले जाने की जरूरत नहीं होगी. ₹5,000 तक के लेन-देन पेपरलेस होंगे. ग्राहक मोबाइल ऐप से बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन और India Post की वेबसाइट पर डिजिटल बैंकिंग सेवाओं का उपयोग कर सकेंगे.
डाक विभाग पोस्ट ऑफिस सेविंग्स बैंक (POSB) खातों के लिए e-KYC सुविधा लॉन्च करने जा रहा है. अब अकाउंट होल्डर को केवाईसी के लिए बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन (आधार के माध्यम से) कराना होगा. इस सुविधा को पूरे देश में चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा. इसके जरिए अकाउंट होल्डर बिना डाकघर जाए केवाईसी पूरा कर सकेंगे. ई-केवाईसी सुविधा अकाउंट होल्डर के लिए प्रक्रिया को सरल, सुरक्षित और डिजिटल बनाएगी. यह खाता खोलने और लेन-देन में समय और मेहनत की बचत करेगी.
कब से शुरू होगी ई-केवाईसी?
- पूरे भारत में 6 जनवरी 2025 से यह सुविधा लागू होगी.
- 26 नवंबर 2024 से इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 12 मुख्य पोस्ट ऑफिस और 2 उपपोस्ट ऑफिस में शुरू किया गया था .
ई-केवाईसी क्या है?
- आरबीआई के नियमों के अनुसार, अकाउंट होल्डर को हर तीन साल में केवाईसी डॉक्यूमेंट जमा करने होते हैं.
- अब दस्तावेजों की मूल कॉपी को पोस्ट ऑफिस ले जाने की जरूरत नहीं होगी.
- आधार ऑथेंटिकेशन के माध्यम से KYC प्रक्रिया पूरी होगी.
ई-केवाईसी के लाभ
बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन
- वर्तमान में, अकाउंट होल्डर को फिंगरप्रिंट वेरिफिकेशन के लिए पोस्ट ऑफिस जाना पड़ता है.
- भविष्य में यह सुविधा मोबाइल ऐप के माध्यम से मिलेगी, जिससे पोस्ट ऑफिस जाने की आवश्यकता नहीं होगी.
डिजिटल बैंकिंग की सुविधा
- ई-केवाईसी के बाद ग्राहक India Post की वेबसाइट (indiapost.gov.in) पर जाकर ई-बैंकिंग का यूज कर सकते हैं.
- लॉगिन आईडी का यूज करके खाता जानकारी और सेवाओं को ऑनलाइन एक्सेस किया जा सकेगा.
नया खाता खोलना
- कस्टमर बिना किसी डॉक्यूमेंट के नया खाता खोल सकेंगे.
- आधार ऑथेंटिकेशन के जरिए सभी जानकारी की पुष्टि की जाएगी.
लेन-देन में सुविधा
- ₹5,000 तक के लेन-देन के लिए कागजी कार्य की आवश्यकता नहीं होगी.
- लेन-देन सीधे सिस्टम में पोस्ट होंगे और चेकिंग की जरूरत नहीं होगी.
- सुरक्षा के लिए आधार नंबर मास्क किया जाएगा.
सेफ्टी फीचर्स
- आधार से जुड़ी जानकारी को केवल मास्क किए हुए स्वरूप (XXXX-XXXX-XXXX) में दर्ज किया जाएगा.
- लेन-देन की एक विस्तृत रिपोर्ट Finacle सिस्टम में उपलब्ध होगी.