रिटायरमेंट के बाद भी होगी लाखों की कमाई, बस अपनाएं ये शानदार निवेश फॉर्मूले

साल के अंत में अपने निवेश की समीक्षा करना और उन्हें बेहतर बनाना बेहद जरूरी है. SIP, EPF, और NPS में समय-समय पर योगदान बढ़ाना और बाजार के उतार-चढ़ाव का ध्यान रखना आपकी रिटायरमेंट योजना को सुरक्षित और लाभकारी बना सकता है.

क्या आपकी रिटायरमेंट प्लानिंग पूरी है? Image Credit: triloks/E+/Getty Images

आने वाले कल की चिंता किए बिना एक सुरक्षित और आत्मनिर्भर जीवन जीने का सपना हर किसी का होता है. रिटायरमेंट के बाद की आर्थिक सुरक्षा के लिए सही योजना बनाना और समय रहते समझदारी से निवेश करना बेहद जरूरी है. चाहे वह नियमित आय सुनिश्चित करना हो या आकस्मिक खर्चों के लिए बचत, रिटायरमेंट प्लानिंग ही वह मजबूत नींव है जो आपको हर परिस्थिति में स्थिरता देगी. SIP, EPF, और NPS जैसे इंवेस्टमेंट का संतुलित इस्तेमाल आपको इस दिशा में सफलता दिला सकता है.

SIP: व्यवस्थित निवेश की रणनीति

सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) लंबी अवधि में धन बनाने का एक कुशल तरीका है. इसमें निवेशक नियमित अंतराल पर एक निश्चित राशि का निवेश कर सकते हैं. यह सिस्टम न केवल अनुशासन को बढ़ावा देती है बल्कि कंपाउंडिंग के जरिए ठीक-ठाक रिटर्न भी देती है. विशेषज्ञों की राय है कि SIP में समय-समय पर बढ़त करना जरूरी है ताकि यह महंगाई को मात दे सके. इसके अलावा, मल्टी-कैप फंड या बैलेंस्ड फंड्स का चुनाव करना निवेश को सुरक्षित और फायदेमंद बना सकता है.

EPF: दीर्घकालिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण

कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) एक ऐसा साधन है जो रिटायरमेंट के लिए स्थिर और सुनिश्चित रिटर्न देता है. वर्तमान में EPF पर 8.15% का वार्षिक ब्याज मिलता है. इसमें बेसिक 12% योगदान के अलावा अतिरिक्त योगदान करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है. यह आपकी सेवानिवृत्ति योजना को अधिक मजबूत और सुरक्षित बनाने में मदद करेगा.

NPS: वृद्धावस्था के लिए अच्छा निवेश

नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) एक फ्लेक्सिबल और प्रभावी योजना है. अगर आप 45 वर्ष से कम उम्र के हैं तो आप एग्रेसिव लाइफसाइकिल फंड का चयन कर सकते हैं जिसमें 75:25 का इक्विटी और डेट मिक्स होता है. यह न केवल बाजार जोखिम को संतुलित करता है, बल्कि हाई रिटर्न का अक्सर अवसर भी देता है.

यह भी पढ़ें: ये 5 किताबें बना सकती हैं आपको शेयर मार्केट का बादशाह, सीखें निवेश के राज़

रियल एस्टेट: स्थायी निवेश का आधार

विशेषज्ञों का मानना है कि रिटायरमेंट के कोष का 60% हिस्सा रियल एस्टेट में निवेश करना चाहिए. इसके लिए रेजिडेंशियल और कमर्शियल प्रॉपर्टीज का संतुलित चयन करें. कमर्शियल प्रॉपर्टीज से 8-9% वार्षिक किराया सुनिश्चित करना एक अच्छा विकल्प है. इसके अलावा, REITs और फ्रैक्शनल ओनरशिप के माध्यम से भी निवेश को सरल और फायदेमंद बनाया जा सकता है.