SBI vs PNB: कौन सा बैंक दे रहा 400 दिनों की FD पर सबसे अधिक रिटर्न, जानें- कहां होगी जोरदार कमाई

SBI vs PNB 400 Days FD: देश के दो सबसे बड़े सरकारी बैंक अपनी एफडी पर आकर्षक ब्याज ऑफर कर रहे हैं. दोनों की 400 दिनों की एफडी काफी पॉपुलर है. लेकिन दोनों से किस बैंक की एफडी पर सबसे अधिक ब्याज मिल रहा है और कितने रुपये में निवेश की शुरुआत होगी, समझ लीजिए.

कौन सा बैंक दे रहा अधिक रिटर्न. Image Credit: Getty image

SBI vs PNB 400 Days FD: आमतौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करना सबसे सुरक्षित माना जाता है. रिस्क फ्री निश्चित रिटर्न पाने का यह सबसे पॉपुलर तरीका है. देश के सभी बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम चलाते हैं. इन बैंकों में से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और पंजाब नेशनल बैंक (PNB) दोनों ही अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम के लिए बहुत मशहूर हैं. दोनों ही बैंकों के पास अलग-अलग अवधि के लिए कई फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम उपलब्ध हैं. लेकिन दोनों ही बैंकों की 400 दिनों की फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम काफी पॉपुलर है. PNB और SBI की 400 दिनों की फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में क्या अंतर है…. समझ लेते हैं.

SBI FD 400 दिन

आमतौर पर SBI रेगुलर ग्राहकों के लिए 7.10 फीसदी से लेकर वरिष्ठ नागरिकों के लिए 1 वर्ष से 2 वर्ष से कम अवधि के लिए 7.60 फीसदी तक की दर से फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज ऑफर करता है. SBI की स्पेशल 400 दिनों की अमृत कलश योजना फिक्स डिपॉजिट पर आकर्षक ब्याज मिल रहा है. 400 दिनों की स्पेशल अवधि वाली FD पर 7.10 फीसदी की दर से बैंक ब्याज ऑफर कर रहा है. वहीं, सीनियर सिटीजन को 7.60 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. इस स्पेशल FD में निवेश करने की डेडलाइन 31 मार्च, 2025 है.

पंजाब नेशनल बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट

पंजाब नेशनल बैक 400 दिनों की फिक्स्ड डिपॉजिट पर रेगुलर ग्राहकों को 7.25 फीसदी और सीनियर सिटीजन को 7.75 फीसदी और सुपर सीनियर सिटीजन (80 वर्ष और उससे अधिक आयु) को 8.05 फीसदी की दर से ब्याज ऑफर कर रहा है.

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कहां मिल रहा सबसे अधिक ब्याज?

जब रिटर्न की बात आती है, तो 400 दिनों की अवधि के लिए PNB, SBI की तुलना में थोड़ी अधिक ब्याज दे रहा है, जिसमें वरिष्ठ नागरिक भी शामिल हैं. हालांकि, एफडी दरें बदलती रहती हैं.

रिटर्न पर टैक्स

SBI और PNB दोनों में FD खोलने के लिए मिनिमम 1,000 रुपये जमा करने की आवश्यकता होती है. अगर आप मैच्योरिटी से पहले अपनी एफडी निकालते हैं, तो दोनों बैंक पेनल्टी लगाते हैं. इससे ब्याज दर कम हो जाती है. हालांकि, दोनों बैंक ग्राहकों को जरूरत पड़ने पर अपनी एफडी पर लोन लेने की सुविधा देते हैं. एफडी पर अर्जित ब्याज TDS के अधीन है. अगर एक वित्तीय वर्ष में ब्याज 40,000 रुपये या वरिष्ठ नागरिकों के लिए 50,000 रुपये से अधिक है, तो TDS कटेगा.