इस त्योहारी सीजन इन 5 तरीकों से सोने में करें निवेश, होगी धन की बरसात

त्योहारों के मौसम में सोने में निवेश करना शुभ माना जाता है. सोना खरीदने के कई पारंपरिक और नए तरीके हैं, जो निवेश के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं.

सोने की खरीदारी Image Credit: triloks/E+/Getty Images

त्योहारों का मौसम न केवल खुशियों का समय होता है, बल्कि सोने जैसे कीमती धातु में निवेश करने का भी सुनहरा वक्त होता है. सोना खरीदना भारतीय परंपरा का हिस्सा है और इसे शुभ माना जाता है. वर्षों से लोग त्योहारों पर अपने स्थानीय ज्वेलर्स से सोना खरीदते रहे हैं, लेकिन अब सोने में निवेश करने के कई नए तरीके उपलब्ध हैं. आइए जानते हैं कुछ पारंपरिक और आधुनिक तरीके, जिनसे आप इस त्योहार पर सोना खरीद सकते हैं.

1.सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं, लेकिन ये हमेशा उपलब्ध नहीं होते. सरकार साल में एक या दो बार इन बॉन्ड्स की बिक्री के लिए एक विंडो खोलती है जो लगभग एक हफ्ते तक चलती है. इस साल की नई बिक्री की तारीखें अभी घोषित नहीं हुई हैं. अगर आप किसी भी समय SGB खरीदना चाहते हैं तो पुराने बॉन्ड्स को शेयर बाजार से खरीदा जा सकता है.

2.गोल्ड ETF

गोल्ड ETF (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) एक ऐसा म्यूचुअल फंड है जो सोने में निवेश करता है. यह शेयर बाजार की तरह काम करता है, जिससे आप किसी भी समय सोना खरीद या बेच सकते हैं. गोल्ड ETF में निवेश करना आपको सोने के साथ-साथ शेयर मार्केट की तरह फ्रीडम भी देता है. इसका मतलब है कि आप जब चाहें अपनी यूनिट्स को बेच सकते हैं.

    3.डिजिटल गोल्ड

    आजकल आप डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी सोना खरीद सकते हैं, जिसे “डिजिटल गोल्ड” कहा जाता है. पेटीएम, फोनपे और गूगल पे जैसी ऐप्स के माध्यम से आप बहुत ही छोटे निवेश, जैसे ₹1 से भी सोना खरीद सकते हैं. ये ऐप्स सेफगोल्ड या MMTC-PAMP जैसी कंपनियों के साथ साझेदारी में सोने की बिक्री करती हैं जो आपकी सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं.

    4.गोल्ड कॉइन्स

    बैंक, ज्वेलर्स, नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां और ई-कॉमर्स साइट्स पर सोने के सिक्के उपलब्ध होते हैं. इन सिक्कों पर BIS हॉलमार्क होता है, जो उनकी शुद्धता को दर्शाता है. सिक्कों को हमेशा टेम्पर-प्रूफ पैकेजिंग में खरीदना चाहिए जिससे धोखाधड़ी और नुकसान से बचा जा सके. इन सिक्कों का वजन 0.5 ग्राम से लेकर 50 ग्राम तक हो सकता है.

    5.गोल्ड ज्वेलरी

    सोने के गहनों की खरीदारी में सुरक्षा और कीमत को लेकर सवाल उठते हैं. इसके अलावा गहनों की डिज़ाइन पुरानी होने का भी डर होता है. गहनों की कीमत बनाने के शुल्क के कारण बढ़ जाती है जो डिजाइन की जटिलता पर निर्भर करती है. अगर डिजाइन ज्यादा जटिल है, तो मेकिंग चार्ज भी अधिक होगा.