आप भी पुराने कर्ज को चुकाने के लिए नया लोन लेने का विचार कर रहे हैं? जानें इसके नफा और नुकसान
पुराने कर्ज को खत्म करने के नाम पर नया लोन लेना कितना फायदेमंद हो सकता है? जानें आपको ऐसा करना चाहिए या नहीं. साथ ही ये भी जानें कि इसका असर आपके क्रेडिट स्कोर पर कितना पड़ेगा.
पैसे की जरूरत किसे नहीं होती. अपनी तमाम जरूरतों को पूरा करने के लिए लोगों की तय आमदनी के बाद भी कुछ कैपिटल की जरूरत पड़ती है. उन्हीं जरूरतों को पूरा करने के लिए आमतौर पर वे क्रेडिट कार्ड की तरफ देखते हैं. लेकिन कई बार इन लोन्स का भार भी इतना ज्यादा हो जाता है लोग परेशान हो जाते हैं. ऐसे में कभी-कभी मन में सवाल आता कि क्या हो अगर एक फ्रेश लोन लेकर हम पुराने सभी लोन को सेटल कर दें. ये तरीका कितना कारगर है साथ ही इसके नफा-नुकसान क्या हो सकते हैं. आइए जानते हैं.
पुरान कर्ज के बदले नया कर्ज?
अगर आपको पहले से लिए लोन की तुलना में फ्रेश लोन कम ब्याज दर पर मिल रहा है तब आप इस बारे में विचार कर सकते हैं. ऐसा करना एक रणनीतिक कदम साबित हो सकता है. उदाहरण के लिए आपने क्रेडिट कार्ड पर लिए किसी सामान के लिए 30 फीसदी का ब्याज दे रहे हैं, ऐसे में अगर 15 फीसदी के ब्याज दर पर पर्सनल लोन मिलता है तब वह आपके लिए फायदे की डील हो सकती है.
क्या हैं फायदे?
- एक पेमेंट
कई तरह के डेट्स को मैनेज करने से बेहतर एक ही डेट को पूरा करना होगा. इस हिसाब से एक फ्रेश पर्सनल लोन आपके लिए कारगर हो सकता है. - कम ब्याज दर
जैसा कि उदाहरण से बताया गया है, बाकी लोन की तुलना में जो आपसे झोली भर-भर के ब्याज लेते हो उसके सामने अगर एक फ्रेश पर्सनल लोन कम ब्याज में मिल रहा है. वो आपकी अच्छी सेविंग करा सकता है. - क्रेडिट स्कोर में बेहतरीएक
पर्सनल लोन को लेकर अगर आपके पुराने लोन की संख्या में कमी आ रही और उनका पेमेंट समय पर हो रहा है तब आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर हो सकता है.
क्या हैं नुकसान?
- फीस
फ्रेश पर्सनल लोन अपने साथ नए लोन की ओरिजिनेशन फीस, प्रीपेमेंट पेनाल्टी जैसे कई तरह की अतिरिक्त शुल्क लेकर आ सकती है. इससे आपके लोन की राशि में बढ़ोतरी हो सकती है. - क्रेडिट स्कोर
पहले से चल रहे तमाम लोन्स का असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है, उसमें अगर आप फ्रेश लोन उठाते हैं और उसके रीपेमेंट में देरी कर देते हैं तो मुमकिन है कि आपका क्रेडिट स्कोर नेगेटिव में चला जाए.