बच्चे के नाम पर आज लगा दिया यहां पैसा, तो बड़ा होकर कहेगा ‘थैंक यू पापा’

सभी पेरेंट्स की प्राथमिकता अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित रखने की होती है. सुरक्षित के कई मायने हो सकते हैं. हम वित्तीय जोखिम की बात कर रहे हैं. आज हम आपको ऐसे सरकारी स्कीम की जानकारी देंगे जो आपके बच्चों की पढ़ाई से लेकर उनकी शादी तक की मुश्किलों को कम कर देगा.

बच्चों के लिए निवेश प्लान Image Credit: @GettyImages

अपने बच्चों के भविष्य को लेकर हर मां-बाप चिंतित रहता है. बल्कि सभी पेरेंट्स की प्राथमिकता अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित रखने की होती है. सुरक्षित के कई मायने हो सकते हैं. हम वित्तीय जोखिम की बात कर रहे हैं. आज हम आपको ऐसे सरकारी स्कीम की जानकारी देंगे जो आपके बच्चों की पढ़ाई से लेकर उनकी शादी तक की मुश्किलों को कम कर देगा. देखिए, मार्केट में कई योजनाएं चल रही हैं. सभी स्कीम के अपने फायदे हैं. यहां पर हम आपको कुछ स्कीम की जानकारी देंगे जो आपके बच्चों के लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं.

सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)

इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2015 में की थी. बेटियों की पढ़ाई और शादी के खर्च को कम करने के उद्देश्य से यह योजना बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का पार्ट है. इसमें मां-बाप या उसके अभिभावक, लड़की के नाम पर खाता खोल सकते हैं. इस योजना के तहत किए जाने वाले निवेश में भी ज्यादा ब्याज और टैक्स बेनिफिट मिलता है.

बालिका समृद्धि योजना

इस योजना की शुरुआत 1993 में हुई थी. बालिका समृद्धि योजना का मुख्य उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे (BPL) रहने वाले परिवारों की बेटियों के लिए बनाया गया है. इस योजना के तहत लड़की के जन्म पर 500 रुपये की फाइनेंशियल मदद मिलती है. उसके पढ़ाई का खर्च भी सरकार उठाती है.

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)

टैक्स बेनिफिट देने वाला ये स्कीम आपके बच्चों के लिए काफी मददगार साबित हो सकता है. मां-बाप PPF खाते में अपने नाम के साथ अपने बच्चों को भी शामिल कर सकते हैं. मालूम हो कि पीपीएफ का चुनाव आमतौर पर लंबे समय के लिए निवेश करने के लिए किया जाता है. पीपीएफ में निवेशक एक साल में 1.5 लाख रुपये निवेश कर सकता है.

राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC)

राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) एक तय समय की इनकम से जुड़ी योजना है. ये अकाउंट डाकघर से आसानी से खोला जा सकता है. इसके अनुसार, इसमें कम से कम 1,000 रुपये के निवेश के साथ शुरू किया जा सकता है. मालूम हो कि इसमें निवेश के लिए कोई अधिकतम सीमा नहीं है. बच्चे की उम्र 10 साल या उससे अधिक होने पर उनके नाम से अकाउंट खोला जा सकता है. यह योजना टैक्स बेनिफिट के साथ सुरक्षित रिटर्न भी देता है.

किसान विकास पत्र (KVP)

इस योजना की शुरुआत 1988 में हुई थी. ये एक लॉन्ग टर्म सेविंग स्कीम है. इस योजना में निवेश की गई राशि 115 महीने में बढ़ कर दोगुनी हो जाती है. इस योजना में निवेशक न्यूनतम 1000 रुपये निवेश कर सकता है. वहीं निवेश की ऊपरी सीमा इसमें नहीं है.