बनें निवेश के महारथी, तुरंत अपनाएं वॉरन बफे के ये 6 मंत्र; भर कर कमाएंगे मुनाफा!
दुनिया के सबसे सफल निवेशकों में से एक माने जाने वाले वॉरेन बफे के ये 6 खास मंत्र हैं, जिन्होंने उन्हें निवेश की दुनिया का बादशाह बना दिया. जानिए कैसे उनके नियम बदल सकते हैं आपकी फाइनेंशियल लाइफ स्टाइल.
स्मार्ट निवेशक और अमीर बनने का सपना अमूमन हर किसी का होता है. पर इस सपने को हासिल करने का रोडमैप बेहद कम लोगों के पास होता है. इन बेहद कम लोगों की गिनती में वॉरेन बफे का नाम सबसे ऊपर आता है. वॉरेन बफे, जिन्हें दुनिया “ओरेकल ऑफ ओमाहा” कहती है, एक ऐसी शख्सियत रहे हैं जिन्होंने साधारण से सिद्धांतों और अटूट धैर्य के दम पर निवेश की दुनिया में इतिहास रचा.
अगर आप वॉरेन बफे के निवेश के स्मार्ट फॉर्मूले को अपने निवेश में अपनाना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए है. इस आर्टिकल में उनके 6 जरूरी नियमों को जानें जो आपको निवेश के मामले में बादशाह बना सकता है.
कैश किंग नहीं!
वॉरेन बफे का मानना है कि नकद पैसा (कैश) लंबे समय तक निवेश के लिए सही विकल्प नहीं है. उनका कहना है, “जब लोग कहते हैं कि कैश किंग है तो ये बिल्कुल गलत है.” हमें कैश को घर में कैद करके रखने से कुछ फायदा हासिल नहीं होगा बल्कि समय के साथ कैश की वैल्यू ही घटेगी.
बफे का सुझाव है कि जरूरत भर का कैश अपने पास रखें और बाकी पैसे परिसंपत्तियों (productive assets) में लगाएं. उनका मानना है कि अच्छे कारोबारों में निवेश करना, कैश रखने से कहीं ज्यादा फायदेमंद है.
प्रोडक्टिव एसेट्स में निवेश करें
सोना या अन्य भौतिक संपत्तियों में पैसा लगाने की बजाय बफे वहां निवेश करना पसंद करते हैं जो समय के साथ मुनाफा देती रहें. उनका उदाहरण साफ है, “अगर आप एक खेत खरीदते हैं, तो आप उम्मीद करते हैं कि वह हर साल अनाज, कपास या सोयाबीन पैदा करेगा. वो खेत आपको कितना मुनाफा देगा उसी आधार पर आप खेत की कीमत तय करते हैं.”
उनका मानना है कि शॉर्ट टर्म के बजाय लंबे समय तक परिणाम देने वाली संपत्तियों में पैसा लगाना सही है. शेयर बाजार की कीमतों में होने वाले छोटे उतार-चढ़ाव को नजरअंदाज करें और लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करें.
अपने दायरे को समझें
बफे के अनुसार, निवेश में सफलता की कुंजी है कि आप अपनी ताकत और सीमाओं को समझें. वे कहते हैं, “आपका दायरा कितना बड़ा है, यह मायने नहीं रखता. जरूरी यह है कि आप अपनी सीमा पहचानें और उसी के अंदर रहें.”
IBM के संस्थापक टॉम वॉटसन का उदाहरण देते हुए बफे बताते हैं, “मैं उन चीजों पर फोकस करता हूं, जिन्हें मैं अच्छी तरह समझता हूं. अगर मुझे कोई चीज समझ नहीं आती तो चाहे बाकी लोग उसमें कितना ही पैसा कमा रहे हों मैं उससे दूर रहता हूं.”
कंपनियों का मूल्यांकन करें, सिर्फ कीमत नहीं देखें
बफे की निवेश फिलॉसफी मूल्य आधारित है. वे बाजार में चल रही कीमतों पर ध्यान देने से पहले कंपनी की वास्तविक कीमत (intrinsic value) का मूल्यांकन करने की सलाह देते हैं. उनका कहना है, “जब हमने 35 बिलियन डॉलर में एक कंपनी खरीदी तब मुझे लगा कि इसकी कीमत कम से कम 100 बिलियन डॉलर है. यही कारण था कि हमने इसमें निवेश किया.”
वे कहते हैं, “पहले कंपनी की बुनियादी ताकत को समझें, उसका औकात आंकें और फिर कीमत देखें. अगर कीमत वास्तविक मूल्य से बहुत कम है तभी उसे खरीदें.”
बड़ा दांव खेले, मौका ना छोड़ें
बफे के मुताबिक, अवसर चूकना सबसे बड़ी गलती है. वे कहते हैं, “गलतियां करना बड़ी बात नहीं है लेकिन मौके को हाथ से जानें देना एक बड़ी भूल है. अगर आप बड़े मौके को नहीं पहचानते तो आप अपने जीवन में बड़ा फर्क नहीं ला सकते.”
वे जोर देकर कहते हैं, “जब आपके पास कुछ बड़ा और सही करने का मौका हो तो उस पर पूरे आत्मविश्वास के साथ काम करें. अगर डर के वजह से आप उस बड़े मौके पर भी सिमीत स्तर पर काम कर रहे हैं तो यह उतनी ही बड़ी गलती है, जितना इसे ना करना.”
खुद पर निवेश करें
बफे का सबसे बड़ा मंत्र है: खुद पर निवेश करें. वे कहते हैं, “आप अपनी सबसे बड़ी संपत्ति हैं. अगर आप खुद को सुधारते हैं तो इसका फायदा कोई आपसे छीन नहीं सकता.”
वे कहते हैं कि युवाओं को खुद को निरंतर बेहतर बनाने पर काम करना चाहिए, उन्हें लगातार अच्छी आदतें विकसित करनी चाहिए और नए स्किल सिखने चाहिए. उनका कहना है, “अगर आप किसी से भी बात करने या लिखने की कला को जानते हैं तो आप अपनी कीमत कई गुना बढ़ा सकते हैं.”
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