वित्त मंत्री जी, मिडिल क्लास सेविंग न होने से परेशान, बजट में चाहिए 15 लाख तक टैक्स फ्री इनकम

भारत में जब भी बजट आने वाला होता है तो हर वर्ग की उम्मीदें भी अलग-अलग होती है. इस बजट में आम लोगों को क्या उम्मीदें हैं इसे जानने के लिए मनी 9 लाइव ने नोएडा सेक्टर 76 के आम लोगों से बातचीत की और उनकी बजट से क्या उम्मीदें हैं जानने की कोशिश की. इस बात चीत कई तरह के मुद्दे सामने आए जिसमें टैक्स स्लैब में बदलाव की बात कही गई .

बजट 2025 Image Credit: money9live.com

Budget se Umeed: भारत में जब भी आम बजट की चर्चा होती है, तो हर वर्ग की अपनी अलग-अलग अपेक्षाएं होती हैं. इसी कड़ी में मनी 9 ने “बजट और आपकी जेब” के खास एपिसोड में नोएडा सेक्टर 76 की एक मिडिल क्लास फैमिली से बातचीत की, ताकि यह समझा जा सके कि वे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से आगामी बजट में क्या उम्मीदें रखते हैं.

टैक्स स्लैब में बदलाव की मांग

अनूप भट्ट, जो एक सैलरीड प्रोफेशनल हैं, का मानना है कि सरकार को नए टैक्स रिजीम में बदलाव करते हुए टैक्स स्लैब को बढ़ाना चाहिए. उन्होंने कहा, “वर्तमान में 7 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं है, लेकिन इसे बढ़ाकर 15 लाख रुपये किया जाना चाहिए. इससे मिडिल क्लास को बड़ी राहत मिलेगी.”

उन्होंने यह भी बताया कि पुराने और नए टैक्स रिजीम के बीच असमंजस बना हुआ है. “सरकार ने नए टैक्स रिजीम को प्रोत्साहित करने की कोशिश की, लेकिन अधिकतर लोग अभी भी पुराने टैक्स रिजीम में ही बने हुए हैं, क्योंकि उसमें छूट और बचत के अधिक विकल्प उपलब्ध हैं. सरकार को इसे स्पष्ट करना होगा ताकि लोग नए टैक्स रिजीम को अपनाने के लिए प्रेरित हों”.

बचत और निवेश पर प्रभाव

महंगाई के बढ़ते प्रभाव पर चर्चा करते हुए अनूप की पत्नी संगीता भट्ट ने बताया कि बढ़ते खर्चों के कारण बचत और निवेश कर पाना बेहद मुश्किल हो गया है. उन्होंने कहा “मेरी और मेरे पति की सैलरी मिलाकर भी सिर्फ 10 फीसदी ही बचत के रूप में रख पाते हैं. कभी-कभी यह भी पूरी तरह से खर्च हो जाता है”.

उन्होंने बताया कि बढ़ती महंगाई की वजह से दोनों को ही काम करना पड़ता है. साथ ही कहा “हमारी प्राथमिकता अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा और जीवन की सुविधाएं देना है. लेकिन घर, बच्चों की फीस, दवाइयां और अन्य जरूरतें पूरी करने के बाद बचत के लिए कुछ नहीं बचता”.

वर्किंग वुमेन्स के लिए विशेष राहत की मांग

वर्किंग वुमेन्स के लिए सरकार से विशेष राहत की मांग करते हुए अनुप की पत्नी ने संगीता ने कहा, “हम महिलाओं के लिए टैक्स में कोई विशेष छूट नहीं दी जाती. अगर सरकार हमारी आय पर कुछ छूट दे, तो हमारे लिए चीजें आसान हो जाएंगी. इसके अलावा, वर्किंग महिलाओं के लिए कुछ ऐसी योजनाएं लाई जानी चाहिए, जो हमारे जीवन को संतुलित बना सकें.”

महंगाई पर नियंत्रण की आवश्यकता

बीते एक साल में बढ़ती महंगाई ने घर के बजट को काफी प्रभावित किया है. अनुप ने कहा, “पिछले साल के बजट में सरकार ने शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स में कोई बड़ी राहत नहीं दी थी. हमें उम्मीद है कि इस बार वित्त मंत्री इसपर ध्यान देंगी और कुछ सुधार करेंगी.”

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सैलरीड क्लास और मिडिल क्लास पर फोकस जरूरी

अनुप ने सरकार से यह अनुरोध किया कि बजट में सैलरीड और मिडिल क्लास पर अधिक ध्यान दिया जाए. उन्होंने कहा “भारत में टैक्स देने वालों की संख्या काफी कम है. अगर सरकार टैक्स सिस्टम को अधिक आकर्षक और सरल बनाए, तो अधिक लोग अपना आईटीआर भरने के लिए प्रेरित होंगे. टैक्स छूट बढ़ाने और महंगाई को नियंत्रित करने से मिडिल क्लास को बड़ी राहत मिल सकती है”.