प्रोडक्ट या सर्विस से नहीं हैं संतुष्ट, घर बैठे ऐसे करें शिकायत
भारत में ई-दाखिल पोर्टल पूरी तरह से एक्टिव हो गया है. इसकी मदद से कोई भी ग्राहक किसी भी तरह की शिकायत को पोर्टल की मदद से दर्ज कर सकता है. शिकायत दर्ज करने का ये एक तेज और आसान तरीका है. इसका इस्तेमाल भारत के किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश के लोग कर सकते हैं. जानें यह कैसे करता है काम
भारत में लोगों की सहूलियत के लिए ई-दाखिल पोर्टल को एक्टिव कर दिया है. इसकी मदद से कोई भी ग्राहक किसी भी तरह की शिकायत को ई-दाखिल पोर्टल की मदद से दर्ज कर सकता है. शिकायत दर्ज करने का ये एक तेज और आसान तरीका है. इसका इस्तेमाल भारत के किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश के लोग कर सकते हैं. इसके अलावा केंद्र सरकार ई-जागृति पोर्टल को लाने की तैयारी में भी लगी हुई है.
क्या है ई-दाखिल पोर्टल?
इस पोर्टल का मुख्य उद्देश्य शिकायत दर्ज करने, उनके स्टेटस को ऑनलाइन ट्रैक करना है. उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2019 के तहत बनाई गई ई-दाखिल पोर्टल की मदद से ग्राहक अपनी शिकायत ऑनलाइन दर्ज करा सकते हैं.
ई-दाखिल कैसे करता है काम?
हाल में जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, ई दाखिल का इस्तेमाल किसी भी मामले की शिकायत ऑनलाइन दर्ज हो सकती है. ग्राहक अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी या अपने रजिस्टर्ड ईमेल पर एक एक्टिवेशन लिंक प्राप्त करके जरूरी प्रमाणीकरण के साथ ई-दाखिल प्लेटफॉर्म पर साइन अप कर सकते हैं. इसके बाद ग्राहक आसानी से पोर्टल पर कंप्लेंट फाइल कर सकता है. पोर्टल के जरिये तय शुल्क के आधार पर पीड़ित ग्राहक ऑनलाइन कंज्यूमर कमीशन के पास अपनी शिकायत को दर्ज कर सकते हैं. इसके अलावा दर्ज मामले की ट्रैकिंग भी कर सकते हैं.
शिकायत के लिए कितना देना होगा शुल्क?
कंज्यूमर प्रोटेक्शन (कंज्यूमर डिस्प्यूट रिड्रेसल कमीशन) अमेंडमेंट के नियम, 2022 में यह प्रावधान है कि 5 लाख रुपये तक की कीमत के लिए भुगतान की गई सर्विसेज या प्रोडक्ट के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा.
जल्द ही आने वाली है ई-जागृति पोर्टल
ई-दाखिल के बाद सरकार ई-जागृति को भी देशभर में लाने की कोशिश में है. इसकी मदद से केस फाइलिंग, ट्रैकिंग और मैनेजमेंट में तेजी आएगी. पोर्टल के शुरू होने के बाद ग्राहक बगैर किसी परेशानी के ये काम घर बैठे ऑनलाइन कर सकेंगे.