इस तरह कीजिए अपने EPS पेंशन की गणना, रिटायरमेंट के बाद होगा लाभ

अक्सर रिटायरमेंट का प्लान बनाना मुश्किल होता है, लेकिन कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन देकर इसे थोड़ा आसान बना देती है. यदि आप EPF में योगदान दे रहे हैं और कम से कम 10 साल की सेवा पूरी कर चुके हैं, तो आप पेंशन पाने के पात्र हैं.

इस तरह कीजिए अपने EPS पेंशन की गणना Image Credit: jayk7/Moment/Getty Images

कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) वेतनभोगी कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद मासिक पेंशन प्रदान करती है. ईपीएस के तहत पेंशन की गणना के लिए अधिकतम वेतन 15,000 रुपये माना जाता है, भले ही आपका मूल वेतन यानी बेसिक सैलरी जितना भी हो. साथ ही पात्रता के लिए न्यूनतम 10 साल की सेवा आवश्यक होती है. अक्सर रिटायरमेंट का प्लान बनाना मुश्किल होता है, लेकिन कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन देकर इसे थोड़ा आसान बना देती है.

यदि आप EPF में योगदान दे रहे हैं और कम से कम 10 साल की सेवा पूरी कर चुके हैं, तो आप पेंशन पाने के पात्र हैं. अगर आप जानना चाहते हैं कि आपको कितनी पेंशन मिल सकती है, तो चिंता न करें. हम आपको इसकी गणना करने का सरल तरीका बताएंगे.

ईपीएस क्या है

ईपीएस एक सरकारी समर्थित योजना है, जो ईपीएफओ के अंतर्गत आने वाले संगठनों में कम से कम 10 साल तक सेवा देने वाले कर्मचारियों को पेंशन प्रदान करती है. पेंशन योग्य सेवा 58 साल की आयु तक पूरी हो जानी चाहिए.

कैसे गणना करें

यदि आप ईपीएस पेंशन की गणना करना चाहते हैं, तो यह बहुत ही सरल है. आप इसे ‘पेंशन योग्य वेतन × पेंशन योग्य सेवा / 70’ फॉर्मूले से कर सकते हैं.

ईपीएस पेंशन के लिए आवेदन कैसे करें

अपनी ईपीएस पेंशन स्कीम में आवेदन करने के लिए आपको इन चरणों से होकर गुजरना होगा. सबसे पहले फॉर्म 10D भरें. फॉर्म भरने के बाद इसे पेंशन दावे के साथ ईपीएफओ में जमा करें. यह ध्यान देने वाली बात है कि आपका यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) आपके ईपीएफ खाते से लिंक होना चाहिए.

ईपीएस पेंशन भारत में वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण लाभ है, जो रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है. पेंशन की गणना कैसे की जाती है, यह जानकारी आपको रिटायरमेंट की बेहतर योजना बनाने में मदद कर सकती है.