अब हर कोई कर सकता है वाट्सअप से UPI पेमेंट, RBI ने दिया न्यू ईयर गिफ्ट

व्हाट्सएप PaY एक डिजिटल पेमेंट सर्विस है जिसे लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप में एकीकृत किया गया है. मेटा द्वारा लॉन्च की गई यह सेवा यूजर्स को यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) का उपयोग करके ऐप के माध्यम से सीधे पैसे भेजने और प्राप्त करने में सक्षम बनाती है. यह सेवा भारत में व्हाट्सएप के बड़े यूजर्स बेस के लिए पीयर-टू-पीयर ट्रांसफ़र और मर्चेंट भुगतान को सरल बनाने के लिए डिज़ाइन की गई है.

भारत में WhatsApp के पास 50 करोड़ से अधिक यूजर्स हैं. Image Credit: Freepik

अब कोई भी यूजर्स वाट्सअप से UPI पेमेंट कर सकेगा. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने वाट्सअप Pay के लिए यूजर ऑनबोर्डिंग कैप हटा दी है. इससे वाट्सअप भारत में अपने पूरे यूजर बेस को UPI सेवाओं दे सकेगा. कहा जा रहा है कि नए साल के आगमन से एक दिन पहले नियम में यह बदलाव वाट्सअप के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा. इससे डिजिटल पेमेंट में और तेजी आएगी. क्योंकि देश में करोड़ों की संख्या में लोग वाट्सअप का इस्तेमाल करते हैं.

NPCI ने 31 दिसंबर को एक बयान में कहा है कि हमारे इस कदम से व्हाट्सएप Pay को भारत में अपने पूरे यूजर बेस तक अपनी UPI सेवाओं का विस्तार करने की अनुमति मिल गई है. इससे पहले, NPCI ने व्हाट्सएप Pay को चरणबद्ध तरीके से अपने यूपीआई यूजर बेस का विस्तार करने की अनुमति दी थी. दरअसल, भारत में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ढांचे को नियंत्रित करने वाली NPCI ने शुरुआत में व्हाट्सएप Pay जैसी भुगतान सेवाओं पर यूजर ऑनबोर्डिंग सीमाएं लगाई थीं, ताकि क्रमिक और चरणबद्ध रोलआउट सुनिश्चित किया जा सके. यह मुख्य रूप से हायली रिस्पॉन्सिव पेमेंट इकोसिस्टम में स्केलेबिलिटी, प्रदर्शन और सुरक्षा चिंताओं की निगरानी करने के लिए था.

वाट्सअप के 50 करोड़ यूजर्स

जब व्हाट्सएप पे लॉन्च हुआ, तो इसे केवल कुछ प्रतिशत UPI यूजर्स को ऑनबोर्ड करने की सीमा तय की गई थी. इसका उद्देश्य एक साथ बड़े यूजर्स आधार को जोड़ने से जुड़े जोखिमों को कम करना और व्हाट्सएप को अपने संचालन को ठीक करने की अनुमति देना था. धीरे-धीरे, NPCI ने चरणों में सीमा बढ़ा दी. नवंबर 2022 में, व्हाट्सएप Pay की सीमा बढ़ाकर 100 मिलियन यानी 10 करोड़ यूजर्स कर दी गई. लेकिन अब ऑनबोर्डिंग सीमा को पूरी तरह से हटा दिया गया है. ऐसे में भारत में वाट्सअप के 500 मिलियन (50 करोड़) से अधिक यूजर्स हैं, जो इसकी सबसे बड़ी शक्ति है.

ये भी पढ़ें- 2025 में कमाना है ज्यादा पैसा, तो गांठ बांध लें वॉरेन बफेट और रतन टाटा की ये सीख

31 दिसंबर 2026 तक बढ़ाया

RBI ने 31 दिसंबर को एक सर्कुलर में कहा था कि कई कारकों पर विचार करते हुए, मौजूदा TPAPs के अनुपालन की समयसीमा जो वॉल्यूम कैप को पार कर रही है, उसे दो साल यानी 31 दिसंबर, 2026 तक बढ़ा दिया गया है. इसके अलावा, NPCI ने TPAP के लिए 30 फीसदी वॉल्यूम कैप को दिसंबर 2026 तक बढ़ा दिया है.

30 फीसदी कैप का पालन हो

वॉल्यूम कैप उस लेनदेन की मात्रा को सीमित करता है जिसे कोई भी थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन UPI ​​प्लेटफ़ॉर्म पर प्रोसेस कर सकता है. यह विस्तार TPAP को अपनी सेवाओं को बढ़ाने और अधिक लेनदेन वॉल्यूम को प्रोसेस करने के लिए अधिक समय प्रदान करेगा, जबकि अभी भी समग्र UPI लेनदेन वॉल्यूम के सापेक्ष 30 फीसदी कैप का पालन किया जाएगा. 2021 की शुरुआत में जारी NPCI नियम के अनुसार, किसी भी एक UPI ऐप के पास UPI भुगतान बाजार का 30 प्रतिशत से अधिक हिस्सा नहीं होना चाहिए.

ये भी पढ़ें- Blinkit ने Dmart और Reliance को ला दिया जमीन पर! ये ’10 मिनट’ 2025 में किराना बाजार पर पड़ेंगे भारी