सरकारी कर्मचारियों की इस फॉर्मूले से कैलकुलेट होगी पेंशन, जानें NPS और UPS में कौन बेहतर
NPS में रिटायरमेंट के समय कुल जमा राशि में से 60 फीसदी को एक बार में निकाला जा सकता है. बाकी 40 फीसदी से पेंशन मिलती है. सरकारी कर्मचारियों को जून 2025 तक यह तय करना है कि वे NPS (नेशनल पेंशन सिस्टम) में रहना चाहते हैं या फिर नए UPS (यूनिफाइड पेंशन स्कीम) को अपनाना चाहते हैं. दोनों स्कीमों में कुछ बातें सेम है. जैसे कि कर्मचारी को बेसिक सैलरी और डीए का 10 फीसदी योगदान देना होता है.

NPS vs UPS: सरकारी कर्मचारियों को जून 2025 तक यह तय करना है कि वे NPS (नेशनल पेंशन सिस्टम) में रहना चाहते हैं या फिर नए UPS (यूनिफाइड पेंशन स्कीम) को अपनाना चाहते हैं. दोनों ऑप्शन को लेकर आपके मन में भी कई तरह के कंफ्यूजन होंगे. ऐसे में आइए आपको बताते है कि UPS की पेंशन कैसे कैलकुलेट कर सकते है. साथ ही हम यह भी जानेंगे कि रिटायरमेंट पर आपकी पेंशन कितनी बनेगी और आपको कितना पैसा मिलेगा. अंत में हम इस पर नजर डालेंगे कि किसे क्या चुनना चाहिए?
किसका कितना कंट्रीब्यूशन
दोनों स्कीमों में कुछ बातें एक जैसी हैं. जैसे कि कर्मचारी को बेसिक सैलरी और डीए का 10 फीसदी योगदान देना होता है. लेकिन सरकार का योगदान NPS में 14 फीसदी है जबकि UPS में सिर्फ 10 फीसदी है. हालांकि, UPS में सरकार एक्स्ट्रा 8.5 फीसदी की रकम भी एक कोष में जमा करती है. दोनों स्कीमों में अधिकतम 50 फीसदी तक इक्विटी (शेयर मार्केट) में निवेश किया जा सकता है. डिफॉल्ट रूप से सिर्फ 25 फीसदी इक्विटी में जाता है.
फीचर | NPS (नेशनल पेंशन सिस्टम) | UPS (यूनिफाइड पेंशन स्कीम) |
---|---|---|
कर्मचारी योगदान | 10% | 10% |
सरकार का योगदान | 14% | 10% |
एक्स्ट्रा सरकारी योगदान | – | 8.5% एक कोष में |
इक्विटी में निवेश की सीमा | 50% | 50% |
डिफॉल्ट इक्विटी एक्सपोजर | 25% | 25% |
ऐसे कैलकुलेट करें UPS की पेंशन
NPS में रिटायरमेंट के समय कुल जमा राशि में से 60 फीसदी को एक बार में निकाला जा सकता है. बाकी 40 फीसदी से पेंशन मिलती है. UPS में एक फिक्स फॉर्मूले से पेंशन तय की जाती है. यह आपकी अंतिम सैलरी, काम के महीनों और आपके द्वारा बनाए गए कोष पर आधारित होता है. UPS में आपको 50 फीसदी अंतिम बेसिक सैलरी की गारंटीड पेंशन मिलती है. वहीं NPS में पेंशन निवेश के रिटर्न पर निर्भर करती है.
UPS पेंशन एक फॉर्मूले से तय होती है. पेंशन = 50% × P + (Q ÷ 300) + (IC ÷ BC). इसमें P पिछले 12 महीनों की औसत बेसिक सैलरी है. Q आपकी कुल नौकरी के महीने हैं. IC आपकी जमा की गई व्यक्तिगत पेंशन राशि है और BC एक तय मानक राशि है जिससे तुलना होती है.
रिटायरमेंट पर कितनी बनेगी पेंशन और कितना मिलेगा पैसा
अगर हम एक उदाहरण लें जिसमें कोई कर्मचारी 25 साल काम करता है. उसकी शुरुआती सैलरी 50,000 रुपए है जो हर साल 5 फीसदी बढ़ती है. तो UPS में उसे लगभग 84,658 रुपए मासिक पेंशन मिलती है और 8.45 रुपए लाख का लंपसम पैसा. वहीं NPS में उसका कुल फंड करीब 2.25 करोड़ रुपए बनता है. इसमें से 1.35 करोड़ रुपए वो निकाल सकता है. बाकी 90 लाख रुपए से उसे 86,250 रुपए मासिक पेंशन मिलती है. अगर आप सरकारी नौकरी करते हैं और फिक्स पेंशन चाहते हैं तो UPS आपके लिए अच्छा हो सकता है.
किसे क्या चुनना चाहिए?
अगर आप… | तो बेहतर ऑप्शन |
---|---|
पूरी नौकरी सरकार में करना चाहते हैं | UPS |
लचीलापन, निवेश और बड़ा फंड चाहते हैं | NPS |
जल्दी नौकरी छोड़ने की सोच रहे हैं | NPS |
निश्चित पेंशन और महंगाई से सुरक्षा चाहते हैं | UPS |
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