GST सबसे ज्‍यादा किन प्रोडक्‍ट्स पर लगता है? क्‍या है कारण और एक्सपर्ट की क्‍या है राय

देश में सबसे ज्यादा जीएसटी कुछ चीजों पर लगाई जाती है. 28 फीसदी का रेट ऑटोमोबाइल समेत कई तरह की प्रोडक्शन कंपनियों को प्रभावित करता है. आइए समझते हैं, 28 फीसदी का जीएसटी क्यों लगाया जाता है, साथ ही इसे लगाने से आम आदमी की जेब पर क्या असर पड़ता है.

गुड्स एंड सर्विस टैक्स Image Credit: Freepik

Union Budget 2025 : गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स को लेकर आम बजट में ऑटोमोबाइल समेत कई इंडस्ट्री को काफी उम्मीद हैं. भारत में लग्जरी कार और एसयूवी पर 28 फीसदी जीएसटी लगने से इन गाड़ियों की बिक्री में कमी आई है. फिलहाल देश भर में जीएसटी के चार स्लैब रखे गए हैं, जिनके मुताबिक 5 फीसदी, 12 फीसदी, 18 फीसदी और 28 फीसदी टैक्स लगाया जाता है. 28 फीसदी का टैक्स स्लैब देश कई ऐसे प्रोडक्ट्स पर लगाया जाता है, जो हमेशा चर्चा में बना रहता हैं. यह समझना जरूरी है कि सरकार 28 फीसदी जीएसटी कुछ ही प्रोडक्ट्स पर क्यों लगाती है, साथ ही इसका हमारी जेब पर क्या असर पड़ता है.

इन चीजों पर लगता है 28 फीसदी GST

भारत में लग्जरी कार और एसयूवी पर 28 फीसदी जीएसटी और साथ ही उस पर एक्स्ट्रा सेस भी लगाया जाता है. तंबाकू और सिगरेट जैसी स्मोकिंग चीजों पर हाई टैक्स लगता है. सॉफ्ट ड्रिंक्स पर भी 28 फीसदी जीएसटी लागू होता है. जुआ और सट्टेबाजी यानी कि कैसीनो और बेटिंग एक्टिविटी पर 28 फीसदी जीएसटी लगता है. इसके अलावा, लग्जरी और प्रीमियम आइटम्स जैसे कि घड़ियां, ज्वेलरी, प्रीमियम सर्विसेज पर भी 28 फीसदी टैक्स लगाया जाता है. साथ ही, पान मसाला और फायर वर्क्स पर भी 28 फीसदी जीएसटी लगता है.

इन चीजों पर इतना भारी टैक्स क्यों लगाता है?

इसका सबसे बड़ा कारण है राजस्व संग्रह (Revenue Generation) और इन प्रोडक्ट्स की खपत को कम कराना (Discourage Consumption). सरकार सॉफ्ट ड्रिंक्स, लग्जरी और आधारभूत सामानों के बीच फर्क लाना चाहती है. महंगी कारें, घड़ियां आदि लोगों की बेसिक जरूरतों में शामिल नहीं हैं, इसलिए इन पर अधिक टैक्स लगाया जाता है.

28 फीसदी जीएसटी का हमारी जेब पर असर

28 फीसदी जीएसटी लगने से ये आइटम खरीदना मुश्किल हो गया है. इसके अलावा, तंबाकू और ड्रिंक्स जैसी चीजों की ज्यादा खरीद से आम आदमी का बजट बिगड़ सकता है, इसलिए सरकार इन पर ज्यादा टैक्स लगाती है. साथ ही अप्रत्यक्ष रूप से यह टैक्स देश में महंगाई (Inflation) को भी बढ़ा सकता है, लेकिन दूसरी ओर सरकार इस राजस्व का इस्तेमाल इंफ्रास्ट्रक्चर और विकास परियोजनाओं (Infrastructure & Development Projects) पर भी करती है. अधिक जानकारी के लिए मनी9 लाइव का ये वीडियो देखें.

28 फीसदी जीएसटी पर एक्‍सपर्ट्स की राय

जानकारों ने मनी9 लाइव को बताया कि हाई जीएसटी की वजह से ऑटोमोबाइल और सॉफ्ट ड्रिंक्स इंडस्ट्री को नुकसान हो रहा है. कई सॉफ्ट ड्रिंक्स बनाने वाली कंपनियों का मानना है कि सॉफ्ट ड्रिंक्स और ऑटोमोबाइल अब लग्जरी आइटम नहीं, बल्कि जरूरत बन चुके हैं, इसलिए उन पर 28 फीसदी जीएसटी नहीं लगना चाहिए. वहीं, कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि हाई टैक्स से उपभोग (Consumption) कम होता है, जिसका सीधा असर हमारी अर्थव्यवस्था पर पड़ता है.

इसे भी पढ़ें- पाकिस्तान में कितनी है Alto की कीमत, जानें भारत से सस्ती या मंहगी