50 करोड़ का कैश…600 करोड़ के सबूत, दिल्ली-नोएडा में बड़ी कालाबाजारी; इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की बड़ी छापेमारी
दिल्ली-नोएडा में आयकर विभाग की चल रही छापेमारी ने काउंटी ग्रुप और उसकी सहायक कंपनियों की बड़े पैमाने पर वित्तीय हेराफेरी का पर्दाफाश किया है. आयकर विभाग ने 50 करोड़ रुपये से भी अधिक की जब्त की. जब्त की गई संपत्ति में कैश, सोना और चांदी मौजूद है. रिपोर्ट के मुताबिक यह पैसे फ्लैटों की बिक्री से जमा किए गए थे.
Raids in Delhi and Noida: दिल्ली और नोएडा में छापेमारी का सिलसिला चौथे दिन भी लगातार जारी है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने शनिवार को काउंटी ग्रुप के कई ठिकानों पर छापेमारी की. आयकर विभाग ने 50 करोड़ रुपये से भी अधिक की जब्त की. जब्त की गई संपत्ति में कैश, सोना और चांदी मौजूद है. रिपोर्ट के मुताबिक यह पैसे फ्लैटों की बिक्री से जमा किए गए थे. इसमें तकरीबन 600 करोड़ रुपये से अधिक की राशि कैश में शामिल है. गौतमबुद्ध नगर और दिल्ली की करीब छह प्रोजेक्ट से इन पैसों को जब्त किया गया था.
इतने करोड़ रुपए किए जब्त
रिपोर्ट के मुताबिक इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अब तक 10 करोड़ रुपये कैश वहीं 40 करोड़ रुपये से अधिक कीमत के गहने बरामद किए हैं. इस छापेमारी में पता चला कि बड़े पैमाने पर जमीन की खरीद-फरोख्त हो रही है. इसके लिए कैश ट्रांजैक्शन का इस्तेमाल किया जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक यह भी पता चला कि जमीन को सस्ते में खरीदकर टैक्स में हेर फेर किया जा रहा था. इसके बाद उसी जमीन को NRI को ऊंचे दामों पर बेचकर अमाउंट को वाइट मनी में बदला जा रहा था. इसके लिए दिल्ली और कोलकाता की शेल कंपनियों का उपयोग किया जा रहा था.
इन शहरों में हुई छापेमारी
इतनी बड़ी संख्या में पैसे जब्त होने के बाद यह कयास लगाए जा रहे है कि छापेमारी कुछ और दिनों तक जारी रह सकती है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम ने नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, दिल्ली और कोलकाता समेत 30 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी. जांच में कोलकाता में चार से पांच शेल कंपनियों का भी खुलासा हुआ है. इनके जरिए भारी रकम का लेन-देन किया गया. आयकर विभाग ने कई बैंक खातों, लैपटॉप के रिकॉर्ड और अन्य डॉक्यूमेंट जब्त किए हैं.
वित्तीय हेराफेरी का पर्दाफाश
यह छापेमारी न केवल एक भ्रष्टाचार के मामले को उजागर करती है. दिल्ली-नोएडा में आयकर विभाग की चल रही छापेमारी ने काउंटी ग्रुप और उसकी सहायक कंपनियों की बड़े पैमाने पर वित्तीय हेराफेरी का पर्दाफाश किया है. इस कार्रवाई में करोड़ों रुपये की नगद राशि, सोने-चांदी और अन्य बहुमूल्य संपत्तियों की बरामदगी के साथ ही कई शेल कंपनियों का भी खुलासा हुआ है. शेल कंपनियों के माध्यम से भारी रकम के लेन-देन का खेल चल रहा था. ऐसे में यह देश की अर्थव्यवस्था और टैक्स सिस्टम के लिए बड़ा खतरा बन चुका था.