द्वारका एक्सप्रेसवे पर प्रापटी की कीमतों में 29 फीसदी की बढ़ोतरी, न्यू गुरुग्राम-सोहना को पीछे छोड़ बना नंबर वन
द्वारका एक्सप्रेसवे क्षेत्र में रेजिडेंशियल डिमांड में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है. 2020 के बाद यहां हर साल 10,000 से ज्यादा यूनिट्स लॉन्च हो रही हैं. 2024 में द्वारका एक्सप्रेसवे का पूरा होना, प्रीमियम हाउसिंग की बढ़ती मांग और बेहतर कनेक्टिविटी ने इस क्षेत्र को निवेशकों के लिए आकर्षक बना दिया है.
द्वारका एक्सप्रेसवे क्षेत्र में रेजिडेंशियल मार्केट में एक बड़ा उछाल देखने को मिला है. इस उछाल के साथ द्वारका एक्सप्रेसवे ने न्यू गुरुग्राम और सोहना क्षेत्र को पीछे छोड़ते हुए गुरुग्राम का सबसे बड़ा रियल एस्टेट मार्केट बन गया है. इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, द्वारका एक्सप्रेसवे क्षेत्र में प्रापटी की कीमतों में 29% तक की बढ़ोतरी देखी गई है. कोविड के बाद इस क्षेत्र में रियल एस्टेट की मांग में तेजी आई है, और इसका प्रमुख कारण है द्वारका एक्सप्रेसवे का 2024 में पूरा होना, जिससे इस क्षेत्र में कनेक्टिविटी और विकास के अवसर बढ़े हैं.
बेहतर कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर
2020 के बाद से इस क्षेत्र में हर साल 10,000 से अधिक नई रेजिडेंशियल यूनिट्स लॉन्च हो रही हैं, जो महामारी से पहले हर साल 5,000 से 7,000 यूनिट्स के मुकाबले दोगुनी से भी ज्यादा है. इस बढ़ी हुई सप्लाई का मुख्य कारण बेहतर कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार है, जो निवेशकों और घर खरीदने वालों के लिए एक बड़ा आकर्षण बना है.
डेवलपर्स का बढ़ा आत्मविश्वास
द्वारका एक्सप्रेसवे पर कई प्रमुख रियल एस्टेट डेवलपर्स ने अपने नए प्रोजेक्ट्स लॉन्च किए हैं. सिग्नेचर ग्लोबल, M3M और कॉन्सिएंट वन जैसे डेवलपर्स ने इस क्षेत्र में अपने प्रोजेक्ट्स शुरू किए हैं. 2024 के पहले तीन तिमाहियों में, M3M, क्रिसुमी कॉर्पोरेशन और स्मार्ट वर्ल्ड ने सबसे ज्यादा नए प्रोजेक्ट लॉन्च किए हैं. अगले तीन वर्षों में 25,000 से अधिक यूनिट्स डिलीवर होने की उम्मीद है. इस क्षेत्र में टाटा रियल्टी, गोडरेज, हीरो रियल्टी, ईमार और आदानी रियल्टी जैसे बड़े रियल एस्टेट ब्रांड्स ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है.
प्रीमियम हाउसिंग की बढ़ती मांग
अब इस क्षेत्र में प्रीमियम हाउसिंग की मांग में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है. 2019 में इस क्षेत्र में 67% सप्लाई 1 करोड़ रुपये से कम कीमत पर थी, लेकिन अब 2024 में 1 करोड़ रुपये से ऊपर की संपत्तियां 68% बाजार में हैं. द्वारका एक्सप्रेसवे पर 3BHK यूनिट्स की सप्लाई का 54% हिस्सा है, जबकि 2BHK यूनिट्स का हिस्सा 23% है. यह बदलाव यह दर्शाता है कि लोग अब प्रीमियम और बड़े घरों की तरफ अधिक आकर्षित हो रहे हैं.