ग्रेटर नोएडा बनेगा NCR का नया गेटवे, 1850 करोड़ में बनेगा रेलवे स्टेशन, यूपी-बिहार के लोगों को फायदा

ग्रेटर नोएडा के बोड़ाकी में बनने वाला नया रेलवे टर्मिनल NCR और पूर्वी भारत के बीच कनेक्टिविटी को नया आयाम देगा. वंदे भारत जैसी प्रीमियम ट्रेनों को संभालने वाला यह स्टेशन मल्टीमोडल हब का हिस्सा होगा और 3 साल में तैयार होगा.

Greater Noida Terminal: ग्रेटर नोएडा के बोड़ाकी में बन रहा “ग्रेटर नोएडा टर्मिनल” स्टेशन उत्तर भारत का एक अत्याधुनिक रेलवे हब होगा. यह स्टेशन 176 हेक्टेयर के मल्टीमोडल ट्रांसपोर्ट हब का हिस्सा होगा, जिसमें स्टेशन के लिए 46 हेक्टेयर जगह तय की गई है. इसमें 12 प्लेटफॉर्म और 63 यार्ड लाइनें होंगी, जिससे मेंटेनेंस का काम आसान हो जाएगा. सरकार की योजना इस रेलवे स्टेशन को दिल्ली NCR का गेटवे बनाने का है. इस स्टेशन को तमाम एडवांस सुविधाओं से लैस किया जाएगा.

बेहतर होगी कनेक्टिविटी

यह टर्मिनल स्टेशन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से केवल एक घंटे की दूरी पर होगा. इसके साथ एक इंटर-स्टेट बस टर्मिनल, लोकल बस स्टैंड, और मेट्रो कॉरिडोर भी जुड़े होंगे. ये सभी मिलकर NCR के शहरों को पूर्वी भारत से जोड़ने का काम करेंगे और यात्रियों को यहां से दिल्ली NCR के किसी भी कोने जाने के लिए साधन मिल जाएगा.

1850 करोड़ है बजट

पहले इस प्रोजेक्ट की लागत 1,850 करोड़ तय की गई थी, लेकिन नई सुविधाओं को जोड़ने के कारण लागत लगभग दोगुनी हो सकती है. मास्टर प्लान DMIC-IITGNL द्वारा तैयार किया जा रहा है, जो केंद्र और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी का संयुक्त उपक्रम है.

ये भी पढ़ें- Adani Township: नवी मुंबई के पास 1,000 एकड़ में 10,000 करोड़ का प्रोजेक्ट ला रहा अडानी समूह

3 साल का डेडलाइन

एक बार राज्य सरकार से मास्टर प्लान की मंजूरी मिलने के बाद, यह प्रोजेक्ट तीन साल में पूरा होने की उम्मीद है. इसके बनने से दिल्ली के मौजूदा ट्रांजिट हब्स जैसे आनंद विहार पर दबाव कम होगा और ग्रेटर नोएडा के विकास को नई रफ्तार मिलेगी.

कमर्शियल हब बनेगा

इसकी संचालन क्षमता 100 ट्रेनों तक की होगी. इसमें वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी प्रीमियम ट्रेनों के संचालन की भी सुविधा होगी. यह स्टेशन केवल रेलवे संचालन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसके ऊपरी मंजिलों पर एक बड़ा कमर्शियल हब भी विकसित किया जाएगा. यह टर्मिनल दिल्ली-NCR को पूर्वी भारत से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से इसकी बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जाएगी.