190 करोड़ में बिका पेंटहाउस, गुरुग्राम में हुई इस डील ने तोड़ डाले सारे रिकॉर्ड!
यह प्रति स्क्वायर फुट कीमत के मामले में भारत की सबसे महंगी डील में से एक है. कोविड के बाद देश में लग्जरी घरों की जमकर मांग बढ़ी है. दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में इस दौरान औसत टिकट साइज में सबसे अधिक बढ़ोतरी देखने को मिली है.
गुरुग्राम में एक पेंटहाउस कीमत ने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. शहर के एलीट डीएलएफ कैमेलियास में एक पेंटहाउस 190 करोड़ रुपये में बिका है. इस पेंटहाउस की कीमत ने दिल्ली एनसीआर में हाई प्राइस अपार्टमेंट के लिए एक नया बेंचमार्क सेट कर दी है. यह प्रति स्क्वायर फुट कीमत के मामले में भारत की सबसे महंगी डील में से एक है. इंडेक्सटैप के रियल एस्टेट डॉक्यूमेंट से पता चला है कि 16,290 प्रति स्क्वायर फुट की यह लक्जरी प्रॉपर्टी इन्फो-एक्स सॉफ्टवेयर टेक प्राइवेट लिमिटेड ने अपने डायरेक्टर ऋषि परती के जरिए खरीदी थी.
प्रति स्क्वायर फुट कीमत
पेंटहाउस सुपर एरिया पर 1.18 लाख रुपये प्रति स्क्वायर फुट और कारपेट एरिया पर 1.82 लाख रुपये प्रति स्क्वायर फुट की दर से बिका है. यह रेट मुंबई के सबसे महंगे इलाकों से भी अधिक है. प्रॉपेक्विटी के सीईओ समीर जसुजा ने TOI की रिपोर्ट में कहा कि यह भारत में किसी भी हाई-राइज के लिए प्रति स्क्वायर फुट दर्ज की गई सबसे अधिक कीमत है. इससे पहले मुंबई के लोढ़ा मालाबार ने भारत के सबसे महंगे हाई-राइज़ डील का खिताब अपने नाम किया था, जिसमें तीन अपार्टमेंट 1.36 लाख रुपये प्रति वर्ग फुट (कारपेरट) की दर से 263 करोड़ रुपये में बेचे गए थे.
हाई-एंड रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी
इस पेंटहाउस डील से दिल्ली एनसीआर में लग्जरी रियल एस्टेट के लिए बढ़ती मांग का पता चलता है. कोविड महामारी के बाद, हाई-एंड रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी की बिक्री में उछाल आया है. इसमें डीएलएफ कैमेलियास लगातार सबसे महंगी प्रॉपर्टी के लिए फेमस हो रहा है.
लग्जरी घरों की बढ़ी डिमांड
कोविड के बाद देश में लग्जरी घरों की जमकर मांग बढ़ी है. इस बीच देश के टॉप-7 शहरों में रिकॉर्ड स्तर पर नए घरों की बिक्री देखने को मिली. एनारॉक के डेटा से पता चलता है कि इन शहरों में बेचे गए घरों की औसत कीमत वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में 1.23 करोड़ रुपये रही. जबकि वित्त वर्ष 2024 की इसी अवधि में यह 1 करोड़ रुपये थी.
दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में इस दौरान औसत टिकट साइज में सबसे अधिक बढ़ोतरी देखने को मिली है. इस क्षेत्र के टिकट साइज में 56 फीसदी का इजाफा हुआ है, जो वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में लगभग 93 लाख रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में 1.45 करोड़ रुपये से अधिक हो गई.