NCR में ताबड़तोड़ बढ़ रही घरों की डिमांड, आसमान छू रहा Housing Price Index, इतनी हुई औसत कीमत!

Delhi-NCR में प्रॉपर्टी के दाम लगातार आसमान छू रहे हैं. दाम बढ़ने के बाद भी घरों की डिमांड ताबड़तोड़ बढ़ रही है. इसकी वजह से पूरे एनसीआर में प्रॉपर्टी की औसत कीमत में भी जोरदार इजाफा हुआ है. प्रॉपर्टी के रेट में आ रही तेजी हाउसिंग प्राइस इंडेक्स में देखने को मिल रही है.

एनसीआर में घरों की कीमत में उछाल Image Credit: Cemile Bingol/DigitalVision Vectors/Getty Images

Housing Price Index यानी HPI के मुताबिक Delhi-NCR में प्रॉपर्टी के दाम में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इससे भी ज्यादा दिलचस्प बात यह है कि बढ़ती कीमत के बाद भी घरों की डिमांड में कोई कमी नहीं आ रही है. कीमत और डिमांड दोनों के बढ़ने से पूरे NCR में घरों की औसत कीमत में जोरदार उछाल आया है.

क्या है HPI?

हाउसिंग डॉट कॉम और आईएसबी की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल दिसंबर में दिल्ली-एनसीआर में हाउसिंग प्राइस इंडेक्स में पिछले साल सितंबर की तुलना में 17 अंकों की वृद्धि हुई है. HPI असल में ऑनलाइन रियल एस्टेट एडवाइजरी प्लेटफॉर्म हाउसिंग डॉट कॉम और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) की एक संयुक्त पहल है, जो समय के साथ नई आवासीय संपत्तियों की बिक्री कीमतों में बदलाव को ट्रैक करती है.

क्यों बढ़ी औसत कीमत?

रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में संपत्ति की कीमतों में नाटकीय वृद्धि देखी गई है. दिसंबर 2024 में HPI 195 अंक तक पहुंच गया है. इस अभूतपूर्व तेजी के चलते दिल्ली-एनसीआर में घरों की औसत कीमत 8,105 रुपये प्रति वर्ग फीट तक पहुंच गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि एचपीआई रीडिंग में सितंबर की तुलना में दिसंबर में 17 अंकों की वृद्धि असल में बड़ी प्रीमियम संपत्तियों की बढ़ी हुई मांग के कारण आई है.

बढ़ती इकोनॉमी का सबूत

हाउसिंग डॉट कॉम और प्रॉपटाइगर डॉट कॉम के ग्रुप सीईओ ध्रुव अग्रवाल का कहना है कि कीमतों में बढ़ोतरी दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए विकास और समृद्धि की कहानी कहती है. हालांकि, ये भारत के मध्यम वर्ग पर बढ़ते बोझ का भी संकेत हैं. अग्रवाल ने कहा कि केंद्रीय बजट 2025-26 में घोषित बेहतर कर छूट और ब्याज दरों में ढील के रूप में मिली राहत का असर भी प्रॉपर्टी की कीमतों पर दिख रहा है.

इन शहरों से जुटाया डाटा

हाउसिंग डॉट कॉम और आईएसबी की रिपोर्ट में आईएसबी में अर्थशास्त्र और सार्वजनिक नीति के सहायक प्रोफेसर शेखर तोमर कहते हैं कि HPI से पता चलता है कि 2024 की अंतिम तिमाही में पूरे भारत में आवास की कीमतें स्थिर हो गई हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि HPI के लिए अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, फरीदाबाद, गांधीनगर, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई, नोएडा और पुणे से डाटा जुटाया गया है.

यह भी पढ़ें: इन 9 शहरों में कम हो गई घरों की मांग, जानें क्या है वजह