माइक्रोसॉफ्ट ने पुणे में खरीदी 520 करोड़ की जमीन, आखिर सॉफ्टवेयर कंपनी क्यों कर रही लैंड डील
अमेरिका की टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने 519.72 करोड़ रुपये की जमीन खरीदी है. कंपनी ने पुणे के हिंजेवाड़ी में ये डील की है. कंपनी भारत में अपने बिजनेस खासकर डेटा सेंटर ऑपरेशंस को बढ़ा रही हैं इसलिए वह रियल स्टेट में इंवेस्ट कर रही है.
अमेरिका की टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने 519.72 करोड़ रुपये की जमीन खरीदी है. कंपनी ने पुणे के हिंजेवाड़ी में ये डील की है. हाल के वर्षों में माइक्रोसॉफ्ट ने भारत के रियल स्टेट में अपना निवेश बढ़ाया है. पुणे में की गई डील से भारत सरकार को स्टांप ड्यूटी के तौर पर 31 करोड़ रुपये मिले हैं.
माइक्रोसॉफ्ट कंपनी भारत में लगातार अपने सेक्टर का विस्तार कर रही है. नतीजतन, कंपनी रियल एस्टेट सेक्टर में अपना निवेश बढ़ा रही है. Square Yards की रिपोर्ट की मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट की भारतीय यूनिट माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड ने पुणे के हिंजेवाड़ी में 66,414.5 वर्ग मीटर यानी 16.4 एकड़ जमीन खरीदी है. रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट के हिसाब से यह डील इसी साल अगस्त के महीने में हुई. टेक कंपनी ने इंडो ग्लोबल इन्फोटेक सिटी एलएलपी से यह जमीन खरीदी है.
डेटा सेंटर बढ़ाने के लिए खरीद रही जमीन
माइक्रोसॉफ्ट भारत में अपने बिजनेस खासकर डेटा सेंटर ऑपरेशंस को बढ़ा रही हैं. इसलिए वह भारत के बड़े शहरों में जमीन खरीद रही है. माइक्रोसॉफ्ट पहले ही पुणे, मुंबई और चेन्नई में डेटा सेंटर बना चुकी है. कंपनी ने साल 2022 में पिंपरी-चिंचवाड़ में 25 एकड़ का प्लॉट खरीदा था. इसी साल कंपनी ने हैदराबाद में 48 एकड़ जमीन के लिए 267 करोड़ रुपये की जमीन खरीदी थी.
महाराष्ट्र सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ डिपार्टमेंट के आंकड़ों के अनुसार, पुणे रियल एस्टेट बाजार में जुलाई 2024 में संपत्ति पंजीकरण में 25% साल-दर-साल बढ़ोतरी हुई है, जिसमें अभी तक 13,314 संपत्तियां पंजीकृत की गईं हैं.
23 हजार से ज्यादा कर्मचारी हैं
माइक्रोसॉफ्ट वैल्यूएशन के हिसाब से दुनिया की सबसे नंबर की कंपनी है. भारत में भी आई हब कहे जाने वाले शहरों जैसे बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, मुंबई और पुणे में इसके ऑफिस हैं, जहां 23 हजार से ज्यादा लोग काम करते हैं.