माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन इंडिया ने फिर से खरीदी जमीन, डेटा सेंटर को बढ़ाने का है प्लान
अमेरिका की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने पुणे में एक और जमीन खरीदी है. कंपनी की इंडिया में काम करने वाली ब्रांच माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन इंडिया ने 453 करोड़ की लैंड डील की है.
अमेरिका की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने पुणे में एक और जमीन खरीदी है. कंपनी की इंडिया में काम करने वाली ब्रांच माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन इंडिया ने 453 करोड़ की लैंड डील की है. टेक कंपनी ने वीवा हाइवेज से करीब 16 एकड़ जमीन खरीदी है. कुछ दिनों पहले भी माइक्रोसॉफ्ट ने पुणे में ही जमीन खरीदी थी. कंपनी डेटा सेंटर को बढ़ाने के लिए नई जमीने खरीद रही है.
प्रॉपर्टी कंसल्टेंट स्क्वायर यार्ड्स ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि पुणे में हाल ही में हुए भूमि सौदे में वीवा हाईवेज लिमिटेड से 66,450 वर्ग मीटर (लगभग 16.4 एकड़) जमीन खरीदी है, इस जमीन की रजिस्ट्री में 27.18 करोड़ रुपये की स्टांप ड्यूटी और 30,000 रुपये का पंजीकरण शुल्क लगा है. स्क्वायर यार्ड्स ने कहा कि इस सप्ताह की शुरुआत में माइक्रोसॉफ्ट ने पुणे में 520 करोड़ रुपये में 16.4 एकड़ जमीन खरीदी थी.
डेटा सेंटर बढ़ाने के लिए खरीद रही जमीन
माइक्रोसॉफ्ट भारत में अपने बिजनेस खासकर डेटा सेंटर ऑपरेशंस को बढ़ा रही हैं. इसलिए वह भारत के बड़े शहरों में जमीन खरीद रही है. माइक्रोसॉफ्ट पहले ही पुणे, मुंबई और चेन्नई में डेटा सेंटर बना चुकी है. कंपनी ने साल 2022 में पिंपरी-चिंचवाड़ में 25 एकड़ का प्लॉट खरीदा था. इसी साल कंपनी ने हैदराबाद में 48 एकड़ जमीन के लिए 267 करोड़ रुपये की जमीन खरीदी थी. ये सौदे भारत में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने की माइक्रोसॉफ्ट की व्यापक रणनीति का हिस्सा हैं.
कंपनी का क्या है मकसद
माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की दूसरे नंबर की टेक कंपनी है. सितंबर 2024 तक कंपनी का मार्केट कैप करीब 3.035 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के करीब होने का अनुमान है. माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के देश के बड़े आई हब जैसे हैदराबाद, पुणे, मुंबई में अपने डाटा सेंटर को बढ़ाने में लगी हुई है. कंपनी ने एक हफ्ते के भीतर ही पुणे में दो बड़ी लैंड डील की है. इससे साफतौर पर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि माइक्रोसॉफ्ट भारतीय आई की दुनिया में अपनी पैठ और मजबूत करने में लगी हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक, देश के आई हब कहे जाने वाले शहरों जैसे बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, मुंबई और पुणे में इसके ऑफिस हैं, जहां 23 हजार से ज्यादा लोग काम करते हैं.