NCR में लोगों को नहीं चाहिए अब सस्ते घर! 80 फीसदी फ्लैट्स की कीमत 1 करोड़ से रही ज्यादा
साल 2024 में NCR के रियल एस्टेट बाजार में बड़ा बदलाव देखने को मिला. लग्जरी घरों की बिक्री में जबरदस्त उछाल आया, जबकि सस्ते घरों की डिमांड घटी. जानिए क्यों NCR में महंगे घरों की तरफ बढ़ रहा है खरीदारों का रुझान.
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के रेजिडेंशियल मार्केट में साल 2024 में बेहद दिलचस्प तस्वीर उभरकर आई है. इस साल खरीदे गए घरों में से 80 फीसदी घरों की कीमत 1 करोड़ रुपये से ज्यादा थी. यह आंकड़ा दिखाता है कि अब लोग न सिर्फ बड़े और आधुनिक घरों को तरजीह दे रहे हैं बल्कि उनकी प्राथमिकता भी हाई फैशन और आरामदायक घरों की ओर बढ़ रही है.
1 करोड़ से ऊपर की प्रॉपर्टीज पर छाया NCR
नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में NCR के आवासीय बाजार में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत वाली प्रॉपर्टीज़ का बोलबाला रहा. 1 से 5 करोड़ रुपये की कीमत वाले घरों में सबसे ज्यादा हलचल रही जिसमें गुरुग्राम, नोएडा और ग्रेटर नोएडा घर खरीदने के मामले में सबसे आगे रहा. इन इलाकों में प्रमुख डेवलपर्स ने प्रीमियम लोकेशन और एडवांस सुविधाओं के साथ कई प्रोजेक्ट्स लॉन्च किए.
करोड़ों के घर खरीदारी के आंकड़ों में उछाल
- 1-2 करोड़ रुपये की कीमत वाले घरों की सबसे ज्यादा मांग रही। इस श्रेणी में कुल 19,111 घर बिके, जो NCR की कुल आवासीय बिक्री का 33 फीसदी हिस्सा है. यह कैटेगरी NCR के बाजार में सबसे मजबूत रही.
- 2-5 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टीज के मामले में भी NCR ने देश के अन्य आठ प्रमुख बाजारों को पीछे छोड़ दिया. इस कैटेगरी में NCR में 18,997 यूनिट्स की बिक्री हुई, जो 2023 की तुलना में 84 फीसदी ज्यादा है.
- 5-10 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टीज में भी NCR ने बढ़त बनाई. इस कौटेगरी में बिक्री 34.60 फीसदी बढ़कर 7,361 यूनिट्स तक पहुंच गई.
- 10-20 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टीज में NCR ने 44 फीसदी की सालाना बढ़त दर्ज की. इस कैटेगरी में 397 यूनिट्स बिकीं जो 2023 के मुकाबले काफी अधिक हैं.
- सबसे दिलचस्प बात यह रही कि 50 करोड़ रुपये से ऊपर की प्रॉपर्टीज में भी NCR ने शानदार प्रदर्शन किया. 2023 में जहां केवल 6 प्रॉपर्टीज बिकी थीं वहीं 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 49 तक पहुंच गया. यह देशभर के कुल 150 यूनिट्स में से 33 फीसदी हिस्सा है.
सस्ते घरों की मांग में गिरावट
इसके विपरीत, 50 लाख रुपये से कम की कीमत वाले घरों की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई. इस कैटेगरी में 43 फीसदी की गिरावट आई और इस साल महज 4,223 घर बिके. 50 लाख से 1 करोड़ रुपये की कैटेगरी में भी 45 फीसदी की गिरावट देखने को मिली.
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क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
नाइट फ्रैंक इंडिया के कार्यकारी निदेशक, उत्तर क्षेत्र, मुदस्सिर ज़ैदी ने कहा, “1 करोड़ रुपये से अधिक की प्रॉपर्टीज की मांग में मजबूत बनी हुई है. हाई क्लास के खरीदारों के लिए महामारी के बाद बड़े और मॉर्डन घर एक नई प्राथमिकता बन गए हैं. गुरुग्राम, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में इस सेगमेंट में जबरदस्त रुचि देखी गई है.”