बनेगा न्यू नोएडा और न्यू आगरा, ये है सरकार का मेगा सिटी प्लान, इन इलाकों की जमीन उगलेगी सोना

नोएडा और आगरा के बीच दो नए शहरों की योजनाएं सामने आई हैं जो न केवल रिहायशी और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देंगी बल्कि रोजगार और पर्यटन में भी नए आयाम जोड़ेंगी. जानिए किस शहर में क्या होगा नया?

नोएडा और आगरा में बनेगा स्मार्ट सिटी Image Credit: Canva/ प्रतिकात्मक तस्वीर

उत्तर प्रदेश में नोएडा और आगरा के पास दो नए शहर बसाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं. एक ओर है ‘न्यू नोएडा’ जो ग्रेटर नोएडा से आगे बुलंदशहर की ओर फैलेगा, वहीं दूसरी ओर ‘न्यू आगरा अर्बन सेंटर’, जो यमुना एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ विकसित किया जाएगा. इन दोनों योजनाओं का मकसद है औद्योगिक विकास, रोजगार के अवसर और पर्यटन को बढ़ावा देना.

नोएडा में क्या बदलेगा?

New Noida को दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (DMIC) का हिस्सा बनाया गया है जिसकी कुल योजना करीब 20,911 हेक्टेयर पर फैली होगी. यह क्षेत्र 2041 तक 6 लाख से ज्यादा लोगों को बसाने की क्षमता रखेगा. 80 गांवों की जमीन इसमें शामिल होगी और 1.2 मिलियन नौकरियों का लक्ष्य रखा गया है. योजना के मुताबिक, यहां इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोटिव, रिन्यूएबल एनर्जी और IT जैसी टेक इंडस्ट्री को प्रोत्साहन मिलेगा.

कितनी जमीन कहां होगी इस्तेमाल

क्षेत्रप्रतिशत
औद्योगिक क्षेत्र40%
हरित एवं मनोरंजन क्षेत्र13%
सार्वजनिक/संस्थागत उपयोग8%
वाणिज्यिक क्षेत्र4%
अन्य17%
  • सड़क: NH-91 जीटी रोड, पूर्वी पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और बुलंदशहर-जेवर रोड के निकट
  • हवाई: आगामी नोएडा हवाई अड्डे के समीप
  • रेल: पूर्वी और पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से जुड़ा

स्थिति

  • भूमि अधिग्रहण के लिए 1,000 करोड़ रुपये आवंटित
  • भूमि संग्रह और धन आवंटन की निगरानी के लिए एक समर्पित टीम गठित
  • विकास क्षेत्र की पहचान के लिए हवाई सर्वेक्षण किया गया

आगरा को क्या फायदा होगा?

New Agra की बात करें तो यह एक मॉडर्न टूरिज्म हब के रूप में विकसित किया जाएगा. यह ताजमहल और नोएडा एयरपोर्ट के बीच बसेगा और इसे पर्यटन का केंद्र बनाने की कोशिश की जा रही है YEIDA ने इसकी मास्टर प्लानिंग शुरू कर दी है जो नौ महीने में पूरी होगी, इसके लिए येडा ने निजी सलाहकार नियुक्त किया है. 12,200 हेक्टेयर में फैले इस क्षेत्र में थीम पार्क, खुले मनोरंजन स्थल, और ग्रीन जोन शामिल होंगे.

यह भी पढ़ें: किसने बनाया पंबम ब्रिज, जानें कितना हुआ खर्च; जिसने दी 100 साल की गारंटी

कितनी जमीन कहां होगी इस्तेमाल

क्षेत्रप्रतिशत
औद्योगिक25%
आवासीय20%
हरित क्षेत्र15%
परिवहन13%
पर्यटन7%
वाणिज्यिक4%
अन्य16%

कनेक्टिविटी

  • यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से नोएडा हवाई अड्डे तक सीधी पहुंच