न्यू नोएडा, न्यू गुरुग्राम और न्यू गाजियाबाद, कैसे होंगे, कहां बनेंगे, क्या मिलेगा खास, जानें सबकुछ

NCR के तीन अहम हिस्से नोएडा, गुरुग्राम और गाजियाबाद अब आबदी के लिहाज से पूरी तरह पैक हो चले हैं. बुनियादी सुविधाओं पर तमाम खर्च के बाद भी यहां व्यवस्थाएं चरमरा जाती हैं. इस समस्या से निजात पाने को न्यू नोएडा, न्यू गुरुग्राम और न्यू गाजियाबाद बसाए जा रहे हैं. ये कैसे होंगे, कहां बनेंगे और यहां क्या खास मिलेगा, जानते हैं सबकुछ.

ये तीनों नए शहर एनसीआर में जीवन आसान बनाने में मदद करेंगे. Image Credit: Freepick

NCR में शामिल उत्तर प्रदेश के नोएडा और गाजियाबाद में बढ़ रहे आबादी के बोझ को डायवर्ट करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने न्यू नोएडा और न्यू गाजियाबाद बसाने का फैसला किया है. इसी तरह हरियाण सरकार न्यू गुरुग्राम बसा रही है. इन तीनों शहरों को एनसीआर का कोर एरिया माना जाता है. दिल्ली से सटे इन तीनों शहरों के आसपास बेहतर बुनियादी ढांचे और ज्यादा नागरिक सुविधाओं के साथ बनने जा रहीं ये टाउनशिप कई मामलों में खास हैं. इनके बारे में एक-एक कर जानते हैं.

कैसा होगा New Noida

उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा के पास ही एक नया शहर बनाने का फैसला किया है. इसे न्यू नोएडा नाम दिया गया है. मोटे तौर पर इस शहर को नोएडा से सटे बुलंदशहर के भी कई गांवों की जमीन पर बसाया जाना है. फिलहाल, इस शहर को बसाए जाने के लिए जमीन के सर्वे और अधिग्रहण की प्रकिया चल रही है.

बेहतरीन बुनियादी ढांचा
नोएडा अथॉरिटी की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक इस नए शहर को चार फेज में पूरा किया जाएगा. पहले फेज में यहां सड़क, ड्रेनेज, बिजली, सीवेज और पेयजल से जुड़े बुनियादी ढांचे को तैयार किया जाएगा. इसके बाद यहां अलग-अलग जोन विकसित किए जाएंगे. मसलन, इंडस्ट्रियल जोन होगा. एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, रेजिडेंशियल एरिया, कमर्शियल स्पेस, अस्पताल, मंडी जैसी सुविधाएं भी बनाई जाएंगी.

रणनीतिक प्लानिंग
मौजूदा प्लान के मुताबिक न्यू नोएडा में लो राइज कॉलोनियों के अलावा हाई राइज ग्रुप हाउसिंग बिल्डिंग भी बनेंगी. हालांकि, यह काम दूसरे फेज में शुरू होगा. न्यू नोए़डा के डवलपमेंट से पहले भूमि अधिग्रहण के लिए 1,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. कुल जमीन का 40% हिस्सा इंडस्ट्रीज के लिए, 13% रेसिडेंशियल, 18% ग्रीन बेल्ट व एम्यूजमेंट पार्क के लिए रखा गया है.

शानदार कनेक्टिविटी
इसके अलावा इस शहर को दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर से भी जोड़ने की योजना है. यह शहर दादरी-नोएडा-गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन (डीएनजीआईआर) का हिस्सा होगा. मोटे तौर पर इसमें 80 गांव शामिल हैं. इनमें से गौतम बुद्ध नगर जिले के 20 और बुलंदशहर जिले के 60 गांव हैं.

6 लाख लोग रह पाएंगे
पहले चरण का काम 2027 तक पूरा होगा. इसके बाद 2027 और 2032 के बीच दूसरे चरण में 3,798 हेक्टेयर जमीन को डेवलप किया जाएगा. न्यू नोएडा को 6 लाख निवासियों के रहने के हिसाब से बनाया जा रहा है. नए शहर में कुल क्षेत्रफल के 4% को कवर करने वाले कमर्शियल एरिया और 8% से ज्यादा जमीन पर संस्थागत क्षेत्र होंगे.

कहां बसेगा न्यू गाजियाबाद

गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) सक्रियता के साथ न्यू गाजियाबाद की योजना बना रहा है. इस संबंध में कई बैठकें भी हो चुकी हैं. हालांकि, फिलहाल कोई भी आधिकारिक प्लान तय नहीं हुआ है. लेकिन, माना जा रहा है कि नया गाजियाबाद नाम से करीब 500 हेक्टेयर की एक टाउनशिप को RRTS कॉरिडोर के पास बसाया जाएगा.

कनेक्टिविटी पर जोर
न्यू गाजियाबाद के लिए राजनगर एक्सटेंशन के आसपास के इलाके को संभावित ठिकाना माना जा रहा है. इस टाउनशिप के लिए कनेक्टिविटी पर खासा जोर है. इसी वजह से इसे आरआरटीएस कॉरिडोर के 5 से 10 किलोमीटर के दायरे में बसाने की योजना है. यहां छोटे-बड़े सभी तरह के रेजिडेंशियल, कमर्शियल जोन होंगे. इसके अलावा स्कूल, अस्पताल, मॉल, आईटी पार्क भी बनाए जाएंगे.

हरियाली और स्वच्छता
इस नई टाउनशिप को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा कि यहां रहने वाले लोगों को पर्याप्त ग्रीन कवर और साफ-सुथरा वातावरण मिले. जीडीए ने यह तय कर लिया है कि इसे एक मॉडल और मॉडर्न टाउनशिप बनाया जाएगा. इस नए शहर को बसाने के लिए 50 फीसदी राशि राज्य सरकार देगी और 50 फीसदी खर्च जीडीए का वहन करना होगा.

रियल एस्टेट का मल्टीबैगर न्यू गुरुग्राम

न्यू गुरुग्राम हरियाणा की एक प्लान्ड टाउनशिप शहर है. द्वारका-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे के पास सेक्टर 102 से 113 और सेक्टर 76 से 95 95A, तक बसी यह टाउनशिप तीन बड़े हाईवे से जुड़ी है. एक तरफ ये NH48 से कनेक्ट है. दूसरी तरफ कंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे से जुड़ी है और तीसरी ओर द्वारका-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे है. इसके अलावा रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट भी काफी नजदीक हैं. आने वाले दिनों में यहा आईएसबीटी भी बनने वाला है. यहां पिछले कुछ वर्षों में प्रॉपर्टी के दाम बहुत तेजी से बढ़े हैं. इसी वजह से इस इलाके को रियल एस्टेट का मल्टीबैगर कहा जाता है. यहां पर नई टाउनशिप बसने से अब तक प्रॉपर्टी के दाम कई गुना बढ़ चुके हैं. हाउसिंग डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 4-5 वर्ष में यहां प्रॉपर्टी के रेट करीब 20 फीसदी सालाना की दर से बढ़े हैं.