यमुना एक्सप्रेसवे पर प्रॉपर्टी कीमतों में भारी इजाफा, किसानों को बड़ी सौगात लेकिन खरीदारों की बढ़ेगी टेंशन
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में निवेश करने वालों के लिए बड़ी खबर सामने आई है. एक हालिया फैसले के बाद जमीन की कीमतों में भारी बदलाव हुआ है, जिससे निवेशकों और स्थानीय लोगों पर गहरा असर पड़ेगा. हालांकि जहां ये फैसला किसानों को खुश कर सकता है वहीं बिल्डर्स और खरीदारों के लिए ये घाटे का सौदा दिख सकता है.

नोएडा और ग्रेटर नोएडा के साथ यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक क्षेत्र में जमीन खरीदना अब पहले से ज्यादा महंगा हो गया है. यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने अपने 84वें बोर्ड बैठक में सभी कैटेगरी की भूमि दरों में बढ़त करने का फैसला लिया है. साथ ही, किसानों को दी जाने वाली भूमि अधिग्रहण मुआवजा राशि भी बढ़ा दी गई है. इससे न सिर्फ कॉरपोरेट और हाउसिंग प्रोजेक्ट्स महंगे होंगे, बल्कि इंडस्ट्रियल, आईटी और शैक्षिक संस्थानों के लिए भी जमीन की लागत बढ़ जाएगी.
कॉरपोरेट और ग्रुप हाउसिंग के लिए सबसे ज्यादा बढ़ोतरी
नए फैसले के तहत कॉरपोरेट ऑफिस स्पेस की कीमत में 110 फीसदी की भारी बढ़ोतरी की गई है. अब कॉरपोरेट ऑफिस प्लॉट की कीमत 25,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर से बढ़कर 52,500 रुपये प्रति वर्ग मीटर हो गई है. वहीं, ग्रुप हाउसिंग के लिए जमीन की कीमत 32,375 रुपये से बढ़कर 52,500 रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दी गई है, जो 62 फीसदी की बढ़त दर्शाती है.
रिहायशी प्लॉट्स की कीमतों में भी 35 फीसदी की बढ़त हुई है. पहले जहां इनकी कीमत 25,900 रुपये प्रति वर्ग मीटर थी, अब यह 35,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर हो गई है. इसके अलावा, व्यावसायिक जमीन की दरें भी 35 फीसदी बढ़ा दी गई हैं. अब ये दरें 51,800-62,200 रुपये प्रति वर्ग मीटर से बढ़कर 70,000-84,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर हो गई हैं.
किसानों को मिलेगा ज्यादा मुआवजा
इंडियन एक्सप्रेस के हवाले से YEIDA के सीईओ अरुण वीर सिंह ने कहा कि किसानों को दी जाने वाली भूमि अधिग्रहण मुआवजा राशि को भी बढ़ाया गया है. पहले किसानों को 3,100 रुपये प्रति वर्ग मीटर का मुआवजा मिलता था जिसे अब 4,300 रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दिया गया है. इससे किसानों को जमीन अधिग्रहण के बदले अधिक लाभ मिलेगा. इंडस्ट्रियल सेक्टर लिए जमीन की दरें 10 फीसदी बढ़ाई गई हैं. छोटे औद्योगिक प्लॉट (4,000 वर्ग मीटर तक) की कीमत अब 15,670 रुपये प्रति वर्ग मीटर होगी जबकि बड़े इंडस्ट्रियल प्लॉट (80,000 वर्ग मीटर से अधिक) के लिए यह दर 9,550 रुपये प्रति वर्ग मीटर हो गई है.
आईटी और आईटीईएस (IT & ITES) सेक्टर की जमीन दरों में भी 20 फीसदी का इजाफा हुआ है. अब इनकी कीमत 9,060-17,150 रुपये प्रति वर्ग मीटर से बढ़कर 10,880-20,590 रुपये प्रति वर्ग मीटर हो गई है.
नोएडा में भी बढ़े रेट
शैक्षणिक और संस्थागत उपयोग के लिए भूमि की दरों में 20-38 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. छोटे संस्थागत प्लॉट (4,000 वर्ग मीटर तक) की कीमत अब 18,030 रुपये प्रति वर्ग मीटर होगी, जबकि बड़े प्लॉट्स की कीमत 7,930 रुपये प्रति वर्ग मीटर से बढ़कर 10,990 रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दी गई है.
यह भी पढ़ें: भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर का क्या है फ्यूचर? WITT के मंच से दिग्गज बोले- छोटे शहरों में अपार संभावनाएं
इस बीच, नोएडा प्राधिकरण ने भी शुक्रवार को अपनी बोर्ड बैठक में आवासीय, औद्योगिक और संस्थागत भूमि की कीमतों में 6 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है. हालांकि, कमर्शियल भूमि की दरों को यथावत रखा गया है. भूमि दरों में इस बढ़ोतरी से नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल क्षेत्र में निवेश करने वालों पर आर्थिक असर पड़ेगा. वहीं, किसानों को ज्यादा मुआवजा मिलने से वे इस फैसले से संतुष्ट हो सकते हैं.
Latest Stories

कालिंदी कुंज से यमुना एक्सप्रेसवे तक का सफर होगा जाम-मुक्त, नोएडा अथॉरिटी बनाएगी नया कॉरिडोर

पंजाब-हरियाणा में हाईवे का सफर हुआ महंगा, 5 से 15 रुपये बढ़ाया गया टोल टैक्स

यूपी के इन हाईवे पर आज से चलना हुआ महंगा, देना होगा ज्यादा टोल टैक्स, लखनऊ से अयोध्या तक इन रूट पर पड़ेगा असर
