PMAY: धोखे से भी न करें ये गलतियां, चूर-चूर हो सकता है अपने घर का सपना
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिलने वाली सब्सिडी कुछ स्थितियों में सरकार वापस ले सकती है. आप होम लोन ले रहे हैं, तो उसके लिए आपको कुछ बातों को ध्यान में रखना होगा. नहीं तो आपके घर लेने का सपना अधूरा रह सकता है.आइए जानते हैं कि वे कौन सी गलतियां हैं, जिनको करने से आपको बचना है, नहीं तो सब्सिडी कैंसिल हो सकती है.
घर लेना ज्यादातर लोगों का सपना होता है. इसके लिए लोग अपनी सारी कमाई लगा देते हैं. पैसे कम पड़ते हैं तो लोन लेते हैं, ईएमआई भरते हैं. लोगों को घर लेने में मदद करने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की थी. इस योजना को फिर से पीएमएवाई 2.0 के नाम से 9 अगस्त 2024 को लॉन्च किया गया. इसका उद्देश्य लोगों को उनके घर लेने के सपने को पूरा करने में मदद करने का है.
प्रधानमंत्री क्रेडिट लिंक सब्सिडी योजना भी शुरू की गई है, जिसके तहत सरकार की ओर से घर लेने के लिए उधार और सब्सिडी दी जाती है. सब्सिडी को लेकर कई नियम हैं. कुछ बाते हैं, जिनकों ध्यान में रखना जरूरी है. नहीं तो आपके घर लेना का सपना अधूरा रह सकता है. आइए हम आपको बताते हैं कि वे कौन सी गलतियां हैं, जिनको करने से आपको बचना है, वरना आपकी सब्सिडी वापस हो सकती है.
प्रधानमंत्री क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी स्कीम के तहत लोगों कम ब्याज दर पर उधार दिया जाता है, जिससे वे अपने घर को खरीद सकें. हालांकि, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो सब्सिडी दी जाती है. उसे कुछ स्थितियों में वापस लिया जा सकता है.
सरकार कब वापस ले सकती है सब्सिडी
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दी जाने वाली सब्सिडी को कुछ स्थितियों में वापस लिया जा सकता है. पहला तो अगर कोई व्यक्ति होम लोन लेता है और वह समय पर ब्याज नहीं चुका पाता है और उसका खाता एनपीए बन जाता है तो ऐसी स्थिति में सब्सिडी वापस ले ली जाती है.
इसके अलावा यदि किसी ने सब्सिडी ले ली हो और घर नहीं बनवाया हो तो, उस स्थिति में भी सब्सिडी वापस ले ली जाती है. इसके अलावा होम लोन के लिए नोडल एजेंसी को लोन की पहली किस्त जमा होने के 1 साल या 36 महीनों के भीतर यूजर सर्टिफिकेट जारी करना होता है. इस सर्टिफिकेट के न होने पर भी सब्सिडी कैंसिल हो जाती है.