फ्लैट या घर खरीदने से पहले हमेशा चेक करें ये 8 चीजें, कभी नहीं खाएंगे धोखा, बचेगा पैसा
हर किसी की चाहत होती है कि उसके पास एक अच्छा सा सपनों का घर हो. सपनों का घर खरीदने के लिए लोग अपनी पूरी जिन्दगी की कमाई लगा देते हैं. कई बार प्रॉपर्टी निवेश में नुकसान भी उठाना पड़ जाता है. ऐसे में घर या फ्लैट खरीदने से पहले जानें कुछ जरूरी बातें.
Property Buying Tips: घर या फ्लैट खरीदना सपने साकार होने जैसा होता है. कई लोग घर या फ्लैट खरीदने के लिए अपनी पूरी जिन्दगी की कमाई लगा देते हैं. इसके लिए वे अपनी इच्छाओं को दबाकर वर्षो तक बचत करते हैं. वहीं, कई घर खरीदार बैंक से लोन लेकर प्रॉपर्टी खरीदते हैं. ऐसे में उनकी कमाई की मोटी रकम EMI में चली जाती है. इसलिए घर खरीदने से पहले आपको अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी. नहीं तो आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ सकता है. तो आइए जानते हैं, 8 जरूरी बातें, जिसे घर खरीदने से पहले जरूर जाननी चाहिए.
इन बातों का रखें ध्यान
प्रॉपर्टी प्राइस: घर खरीदने से पहले अपना बजट तय करें और आसपास की प्रॉपर्टीज की कीमतों की तुलना करें. इससे आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि बिल्डर ने आपको सही रेट का ऑफर किया है या नहीं. आप ऑनलाइन पोर्टल, ब्रोकर या अखबार की लिस्टिंग के माध्यम से प्रॉपर्टीज की कीमतों की तुलना कर सकते हैं.
फ्लैट का कार्पेट एरिया: आमतौर पर किसी भी फ्लैट या घर का क्षेत्रफल कार्पेट एरिया से ही मालूम किया जाता है. फ्लैट का कार्पेट एरिया वास्तविक क्षेत्रफल होता है जो चारदीवारी के भीतर होता है. यह क्षेत्रफल बिल्ट-अप एरिया या प्रॉपर्टी की कीमत की कैलकुलेशन के लिए उपयोग किए जाने वाले क्षेत्रफल से 30 प्रतिशत कम हो सकता है.
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लैंड रिकॉर्ड: अगर आप घर या फ्लैट खरीद रहे हैं, तो लैंड रिकॉर्ड की जानकारी जरूर लें. आपको जमीन की क्वालिटी, टोपोग्राफी और प्लॉट की स्थिति के बारे में जानना चाहिए. आपको घर खरीदने से पहले यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि जिस जमीन पर बिल्किंग बनी है उसपर किसी तरह की बकाया राशि न हो. साथ ही जमीन रजिस्टर्ड हो.
प्रॉपर्टी की लीगल जानकारी: फ्लैट खरीदने से पहले यह सुनिश्चित करें कि प्रॉपर्टी का निर्माण कानूनी रूप से ऑथराइज्ड है या नहीं. डेवलपर के पास आवश्यक अप्रूवल और एनओसी होने चाहिए. यदि आप होम लोन ले रहे हैं, तो बैंक आपके संपत्ति दस्तावेजों को जांचेगा.
अपार्टमेंट प्रोसेशन: फ्लैट का कब्जा लेने से पहले आपको यह जानना चाहिए कि कब्जा कब मिलेगा. डेवलपर को आपको कब्जे की समयसीमा के बारे में स्पष्ट जानकारी देनी चाहिए. यदि डेवलपर कब्जे में देरी की मांग करता है, तो उन्हें इसके लिए एक वैध कारण देना चाहिए.
फाइनेंसिंग बैंक: फ्लैट खरीदने से पहले यह जानना जरूरी है कि कौन से बैंक किस बिल्डर को लोन देने के लिए तैयार हैं. कुछ बैंक बैड रेप्यूटेशन वाले कुछ बिल्डर्स को लोन नहीं देते हैं. इसलिए, निवेश से पहले बैंकों की जांच करें.
प्रॉपर्टी लोकेशन: किसी भी प्रॉपर्टी खरीदन के लिए लोकेशन सबसे अहम होता है. अच्छी लोकेशन वाली प्रॉपर्टी की रिसेल वैल्यू भी ज्यादा होती है. इसलिए घर खरीदने से पहले लोकेश की जांच जरूर करें. इससे आपको आसपास के क्षेत्र की सुविधाओं, बुनियादी ढांचे और सुरक्षा के बारे में जानकारी मिलेगी.
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बिल्डर बायर एग्रीमेंट: किसी भी घर या फ्लैट खरीदने से पहले बिल्डर और खरीदार के बीच एग्रीमेंट होता है. इसलिए एग्रीमेंट लेटर पर हस्ताक्षर करते समय पत्र को ध्यान से पढ़ें और समझें कि इसमें क्या लिखा है. यदि आपको कोई संदेह है, तो उसे तुरंत उठाएं.