नोएडा-गुरुग्राम में प्रॉपर्टी इंवेस्टर्स की बल्ले बल्ले, महज 4 साल में प्रॉपर्टी के दाम छूने लगे आसमान
साल 2021 से 2024 के बीच नोएडा-गुरुग्राम में संपत्तियों की कीमतों में 128 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. देश के बाकी बड़े शहरों में संपत्ति की कीमतों और किराये में अलग-अलग रुझान देखने को मिल रहे हैं. मुंबई के चेंबूर में 48 फीसदी और मुलुंड में 43 फीसदी कीमतें बढ़ीं है. लेकिन किराया उस हद तक नहीं बढ़ा है.
Noida Gurgaon property: रियल एस्टेट मार्केट में बूम देखने को मिला है. इसका फायदा नोएडा और गुरुग्राम के रियल एस्टेट मार्केट के निवेशकों को भी हुआ है. एनारॉक की लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 से 2024 के बीच इन इलाकों में संपत्तियों की कीमतों में 128 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. देश के बाकी बड़े शहरों में संपत्ति की कीमतों और किराये में अलग-अलग रुझान देखने को मिल रहे हैं. मुंबई के चेंबूर में 48 फीसदी और मुलुंड में 43 फीसदी कीमतें बढ़ीं है. लेकिन किराया उस हद तक नहीं बढ़ा है.
लगातार हो रहे हैं बदलाव
भारत के हाउसिंग मार्केट में लगातार बदलाव हो रहे हैं. इससे यह सवाल भी बदलता रहता है कि घर खरीदना बेहतर है या किराये पर लेना. एनारॉक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक साल 2021 के अंत से 2024 के अंत तक देश के बड़े 7 शहरों के कुछ खास इलाकों में संपत्ति की कीमतें औसतन 128 फीसदी तक बढ़ी है. जबकि कई जगहों पर किराया संपत्ति की कीमतों की तुलना में कम बढ़ा.
प्रॉपर्टी VS किराया: क्या है सबसे बेहतर
एनारॉक ग्रुप के चेयरमैन अनुज पुरी के मुताबिक, बेंगलुरु, मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR), दिल्ली-एनसीआर और हैदराबाद जैसे बड़े शहरों में साल 2021 के अंत से 2024 के अंत तक संपत्ति की कीमतें किराये की तुलना में ज्यादा बढ़ी. अगर आपने साल 2021 में नोएडा या गुरुग्राम में घर खरीदा होता. ऐसे में आज उसकी कीमत दोगुनी से भी ज्यादा हो चुकी होती. एनारॉक की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले चार सालों में नोएडा के प्रीमियम इलाकों में प्रॉपर्टी की कीमतें 128 फीसदी तक बढ़ चुकी हैं. वहीं गुरुग्राम के कुछ इलाकों में 59 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है.
नोएडा के सेक्टर-150 में संपत्ति की कीमतों में 128 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वहीं किराये में केवल 66 फीसदी का इजाफा हुआ है. रियल एस्टेट एक्सपर्ट के मुताबिक इन इलाकों में कीमतों के बढ़ने के पीछे कई बड़े कारण हैं. बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी इन क्षेत्रों की डिमांड बढ़ाई है. बड़े कॉरपोरेट ऑफिस और आईटी कंपनियों का विस्तार दोनों ने ही इसकी कीमतों को आसमान पर पहुंचाया है.
ये हैं कारण
स्पेक्ट्रम मेट्रो के वाइस प्रेसिडेंट सेल्स व मार्केटिंग अजेंद्र सिंह ने कहा है कि नोएडा में एक्सप्रेस वे, मेट्रो और दूसरे बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की वजह से निवेशकों की दिलचस्पी लगातार बढ़ी है. जिन इलाकों में चार साल पहले कीमतें किफायती थीं. वे अब प्रीमियम प्रॉपर्टी हॉटस्पॉट बन चुके हैं. सेक्टर-150, सेक्टर-93 और नोएडा एक्सटेंशन में नए हाईवे, मेट्रो लिंक और कमर्शियल सेंटर बनने से कीमतों में बड़ा उछाल देखा गया है.
वहीं काउंटी ग्रुप के डायरेक्टर अमित मोदी का कहना है कि नोएडा और गुरुग्राम में हाई-एंड प्रोजेक्ट्स, लग्जरी टाउनशिप और बढ़ते कॉरपोरेट हब्स की वजह से रियल एस्टेट सेक्टर में बूम देखने को मिला है. नोएडा में एक्सप्रेस वे के नजदीक,सेक्टर 115, द्वारका एक्सप्रेस वे, साइबर सिटी,गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन जैसे इलाकों में प्रॉपर्टी की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है.