सचिन बंसल की कंपनी को RBI से मिली राहत, शर्तों के साथ मिली होम लोन देने की मंजूरी

बेंगलुरु स्थित इस फर्म ने कहा कि "भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नवी फिनसर्व को 20 अक्टूबर, 2024 से पहले मंजूर किए गए होम लोन को देने की अनुमति दी है. साथ ही कहा कि यह अनुमति 31 दिसंबर, 2024 तक के लिए दी गई है. कंपनी ने कहा कि यह फैसला कई घर खरीदारों को राहत देगा.

सचिन बंसल Image Credit: www.linkedin.com/in/sachinbansal

सचिन बंसल की कंपनी नवी फिनसर्व को आरबीआई से बड़ी राहत मिली है. मंगलवार को कंपनी ने कहा कि रिजर्व बैंक ने उसे 20 अक्टूबर से पहले के मंजूर किए गए होम लोन को देने की अनुमति दे दी है. इसी महीने की शुरुआत में आरबीआई ने नवी फिनसर्व को लोन मंजूर करने और लोन देने पर रोक लगा दी थी. नवी फिनसर्व के अलावा रिजर्व बैंक ने तीन और एनबीएफसी पर बैन लगाया था, जिनमें नई दिल्ली स्थित डीएमआई फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड, कोलकाता स्थित आरोहन फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड और चेन्नई स्थित आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस लिमिटेड शामिल हैं.

क्या कहा कंपनी ने

बेंगलुरु स्थित इस फर्म ने कहा कि “भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नवी फिनसर्व को 20 अक्टूबर, 2024 से पहले मंजूर किए गए होम लोन को देने की अनुमति दी है. साथ ही कहा कि यह अनुमति 31 दिसंबर, 2024 तक के लिए दी गई है. कंपनी ने कहा कि यह फैसला कई घर खरीदारों को राहत देगा, जिनके होम लोन आरबीआई की रेगुलेटरी कार्रवाई से पहले मंजूर किए गए थे.

क्यों लगाया था बैन

रिजर्व बैंक ने इन एनबीएफसी की प्राइसिंग पॉलिसी को लेकर कई मुद्दे उठाए थे, खासकर उनके डब्ल्यूएएलआर और फंड की लागत पर इंटरेस्ट से संबंधित. आरबीआई के अनुसार, ये संस्थान रेगुलेटरी लिमिट से परे जाकर अधिक ब्याज दरें वसूल रहे थे. इसे जुलाई 2022 में अपडेट किए गए माइक्रोफाइनेंस लोन के लिए आरबीआई के मास्टर निर्देशों और मार्च 2024 में संशोधित नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों के लिए स्केल-बेस्ड रेगुलेशन गाइडलाइन्स का उल्लंघन माना गया.

इसके अलावा, ये कंपनियां जिनको लोन दे रही हैं, उनकी घरेलू आय का सही मूल्यांकन करने या उनकी वर्तमान या भविष्य में इस लोन को चुकाने की क्षमता का ध्यान रखने में विफल रही हैं. इस वजह से कई माइक्रोफाइनेंस लोन पर्याप्त मूल्यांकन के बिना मंजूर किए जा रहे थे, जिससे लोन लेने वालों की वित्तीय स्थिति और लोन देने वाली कंपनियों की वित्तीय स्थिति दोनों को जोखिम में डाला जा रहा था.