कितने में खुलता है Tesla का शो रूम, जानें भारत में कितना लगाना होगा पैसा
Elon Musk अपनी Tesla के साथ जल्द भारत में एंट्री कर रहे हैं, इसी के साथ टेस्ला भारत में तेजी से अपने कदम बढ़ाने के प्लान पर काम कर रही है. कंपनी अपना शो रूम खोलने से लेकर लोकल कंपोनेंट्स की खरीद और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट पर भी विचार कर रही है. जानें कहां खुल सकते हैं शो रूम और क्या है टेस्ला के सुपरचार्जिंग स्टेशन की लागत
Tesla In India: एलन मस्क की नजरें लंबे समय से भारत के बाजार पर है. फिर Tesla को लेकर यहां बिजनेस करना हो या स्टारलिंक का सैटेलाइट इंटरनेट. लेकिन अब ग्लोबल इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) कंपनी के सीईओ मस्क ने भारत में एंट्री का फैसला ले लिया है और वह अपना बिजनेस यानी टेस्ला के शोरूम भारत में खोलने जा रहे हैं. लेकिन कहां खुलेंगे ये शोरूम, कितनी कीमत होगी? और अगर कोई मस्क के साथ मिलकर फ्रेंचाइजी का बिजनेस करना चाहे तो क्या ऑप्शन है?
एलन मस्क अप्रैल 2025 तक अपने शोरूम खोलने की योजना पर काम कर रहे हैं. CNBC-TV18 की रिपोर्ट के अनुसार, शुरुआती योजना के तहत, टेस्ला बर्लिन प्लांट से इलेक्ट्रिक कारों को इंपोर्ट कर सकती है. EV की शुरुआती कीमत 25,000 डॉलर या 22 लाख रुपये हो सकती है.
मुंबई और दिल्ली में शो रूम की प्लानिंग
रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसा माना जा रहा है कि टेस्ला ने भारत में अपने पहले शोरूम के लिए मुंबई और दिल्ली में जगह तय कर ली है. मुंबई में बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स यानी BKC, जो एक प्रमुख बिजनेस और रिटेल हब है. और दिल्ली में इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) के पास एरोसिटी में संभावित लोकेशन देखी गई है.
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, इन दोनों शहरों में टेस्ला का शोरूम करीब 5000 वर्ग फुट के क्षेत्र में फैला होगा.
इस हिसाब से प्रॉपर्टी के रेट देखें तो मुंबई के BKC में कार शोरूम के लिए किराया ₹700 से ₹800 प्रति वर्ग फुट (कारपेट एरिया) के बीच होता है. किराया इस बात पर निर्भर करता है कि शोरूम किस मंजिल, बिल्डिंग, प्रोजेक्ट और लोकेशन में स्थित है. इस हिसाब से टेस्ला को जगह 35-40 लाख रुपये के बीच मिल सकती है.
दिल्ली के एरोसिटी में शोरूम का किराया ₹500 से ₹600 प्रति वर्ग फुट (कारपेट एरिया) के बीच होता है, जो लोकेशन के अनुसार बदल सकता है. वहीं, नई दिल्ली के कनॉट प्लेस में यह ₹600 प्रति वर्ग फुट से ज्यादा हो सकता है. तो दिल्ली में जगह 25-30 लाख में मिल सकती है.
हालांकि, टेस्ला ने अभी तक भारत में इलेक्ट्रिक कारों को मैन्यूफैक्चर करने को लेकर कोई घोषणा नहीं की है, लेकिन कंपनी भारतीय OEM (Original Equipment Manufacturer) कंपनियों से कंपोनेंट्स खरीदने की योजना बना रही है. CNBC-TV18 की रिपोर्ट के मुताबिक, यह सोर्सिंग अगले कुछ वर्षों में 2025 तक 1 अरब डॉलर से अधिक हो सकती है.
वहीं द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला भारत में एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने के लिए महाराष्ट्र में संभावित जमीन की तलाश कर रही है.
भारत में टेस्ला की हायरिंग शुरू
भारत में टेस्ला के एंट्री की तैयारियों के बीच, कंपनी ने LinkedIn पर 13 नई नौकरियों के लिए एप्लिकेशन मांगे हैं. जॉब लोकेशन मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR) में होंगी और सभी जॉब्स ऑन-साइट होंगी.
13 पदों पर होगी नई भर्तियों:
- कंज्यूमर एंगेजमेंट मैनेजर
- ऑर्डर ऑपरेशंस स्पेशलिस्ट
- कस्टमर सपोर्ट स्पेशलिस्ट
- टेस्ला एडवाइजर
- बिजनेस ऑपरेशंस एनालिस्ट
- सर्विस मैनेजर
- डिलीवरी ऑपरेशंस स्पेशलिस्ट
- इनसाइड सेल्स एडवाइजर
- स्टोर मैनेजर
- सर्विस एडवाइजर
- पार्ट्स एडवाइजर
- सर्विस टेक्नीशियन
- कस्टमर सपोर्ट सुपरवाइजर
हाल में हुई PM मोदी और मस्क की मुलाकात
यह सारी स्थिति ऐसे समय बन रही है जब हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर गए थे, जहां उन्होंने एलन मस्क से मुलाकात की थी. PMO के आधिकारिक बयान के अनुसार, इस मीटिंग में भारत और अमेरिका के बीच इनोवेशन, अंतरिक्ष, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सस्टेनेबल डेवलपमेंट में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई.
टेस्ला सुपरचार्जर स्टेशन की कीमत 1.45 करोड़
टेस्ला के साथ मिलकर भी बिजनेस शुरू किया जा सकता है. दरअसल टेस्ला सुपरचार्जर स्टेशन एक फ्रेंचाइजी बिजनेस है, जो बिजनेस का एक अच्छा मौका दे सकता है. टेस्ला सुपरचार्जर दुनिया के सबसे तेज EV चार्जिंग स्टेशनों में से एक हैं. इनसे EV कारें मिनटों में चार्ज हो जाती हैं, जिससे लॉन्ग-डिस्टेंस ट्रैवल आसान हो जाता है.
हालांकि इसकी मौजूदगी भारत में नहीं है लेकिन अमेंरिका में ये एक अच्छा बिजनेस है.
टेस्ला सुपरचार्जर की लागत
एक टेस्ला सुपरचार्जर स्टेशन लगाने की लागत $100,000 से $175,000 है, यानी लगभग 83 लाख से 1.45 करोड़ रुपये तक हो सकती है. हालांकि, टेस्ला अक्सर इंस्टॉलेशन और मेंटेनेंस का पैसा दे देती है, जिसमें हार्डवेयर और चार्जिंग स्टेशन का निर्माण शामिल होता है. फ्रेंचाइजी लेने के लिए बड़ा खर्च इलेक्ट्रिकल अपग्रेड्स और साइट प्रिपरेशन का होता है, जो टेस्ला के इंस्टॉलेशन से पहले किया जाना जरूरी है.